ASANSOL-BURNPUR

खरना के मौके पर सैकड़ों छठ व्रतियों के बीच किन्नर समाज ने किया पूजन सामग्री और साड़ी का वितरण

बंगाल मिरर, आसनसोल ,: ( Asansol News Today) आसनसोल, पुरे देश के साथ -साथ पश्चिम बंगाल मे भी आस्था का महापर्व छठ का त्योहार काफी धूम -धाम से मनाया जाता है, जिस पर्व के लिये एक महीना पहले से ही तैयारियां सुरु हो जाती हैं, ऐसे छठ पर्व के अवसर पर कद्दू भात के अगले दिन खरना का त्योहार भी मनाया जाता है, जिस त्योहार मे छठ ब्रती खीर, रोटी और केला का प्रशाद बनाया जाता है, और छठ माँ के पूजन के बाद छठ ब्रती से लेकर बाकि परिवार व उनके सगे -सम्बन्धी भी उस प्रसाद को ग्रहण करते हैं, ठीक उसके अगले दिन शाम को डूबते सूर्य को छठ ब्रती अर्घ्य देते हैं, अर्घ्य देने के बाद अगली सुबह उगते हुए सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है, इस पर्व को लेकर पुरे देश मे काफी महत्व है, जिसे काफी श्रद्धा और नियम – पालन से छठ ब्रती मनाते हैं,

आसनसोल बर्णपुर श्यामबांध इलाके के वार्ड संख्या 95 मे स्थित दूधिया छठ -घाट पर आयोजित आस्था के महापर्व छठ के त्योहार मे इलाके के किन्नर समाज चढ़बढ़कर भाग लेते हैं, इलाके के सैकड़ों छठ – ब्रतियों को छठ के पूजन सामग्री के रूप मे एक इंख, एक गागल, एक नारियल, एक साड़ी व सिंगार के सामान वित्रण भी करते हैं, शनिवार के दिन खरना के मौके पर किन्नर समाज के अध्यक्ष सुनीता मासी ने हर वर्ष के तरह इस वर्ष भी एक इंख, एक गागल, एक नारियल, एक साड़ी व सिंगार के सामान का वित्रण किया, इलाके मे छठ सामग्री के वित्रण समारोह के दौरान छठ -घाट पर भारी संख्या मे लोगों की भीड़ उमड़ी रही, छठ ब्रतियों ने भगवान का आशीर्वाद समझकर किन्नर समाज के हांथों से मिला उपहार ग्रहण किया,

छठ ब्रतियों ने कहा की अकसर किन्नर समाज को उन्होने हर खुशियों व त्योहारों के मौके पर लोगों से बक्सीस मांगते हुए देखा गया है, पर छठ पर्व के मौके पर उनके इलाके की किन्नर समाज खासकर किन्नर समाज की अध्यक्ष सुनीता मासी की अध्यक्षता मे पूजन सामग्री वित्रण करते हुए देख उनको काफी आश्चर्य होता है, वो अक्सर हैरत मे पड़ जाते हैं की सच मे ऐसा भी होता है, वहीं किन्नर समाज की अध्यक्ष सुनीता मासी ने बताया की वह पिछले पाँच वर्षों सें अपनी गुरु की याद मे छठ पर्व के मौके पर छठ ब्रतियों को पूजन सामग्री वित्रण करती हैं,

उनका यह भी कहना है, की उनकी गुरु मीणा मासी पहले छठ करती थीं जब उनका देहांत हो गया, तब से उनके समाज मे कोई छठ करने वाला नही है, क्योंकी उनकी गुरु ने छठपर्व उनको नही दिया, जिस कारण वह छठ पर्व तो नही करती पर छठ पर्व के मौके पर हर छठ ब्रतियों के बिच उनका हिस्सा जरूर बनती हैं, गुरु की याद मे ही उन्होने छठ ब्रतियों के बिच पूजन सामग्री वित्रण करना सुरु किया, किन्नर समाज की अध्यक्ष सुनीता मासी ने बर्णपुर के विभिन्न वार्डों मे साड़ी व पूजन सामग्री वित्रण करने के बाद वार्ड संख्या 53 का भी दौरा किया, जहाँ बराचक ग्राम मे जाकर दो दर्जन से ज्यादा छठ ब्रतियों के बिच साड़ी भी वित्रण किया,वहीं बराचक़ ग्राम के हिंदी समाज के तमाम लोगों ने उनकी खूब सराहना की,

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