ASANSOL

Asansol : लखटकिया टैक्स बकायेदार होंगे वायरल, मेयर ने कहा टैक्स का होगा रिव्यू

बंगाल मिरर, आसनसोल : ( Asansol News In Hindi ) आसनसोल नगर निगम द्वारा एक लाख से अधिक टैक्स बकाया रखनेवालों की सूची को सार्वजनिक किया जा सकता है। आज  राजस्व बढ़ाने के लिए  मेयर बिधान उपाध्याय की अध्यक्षता में बैठक में हुई बैठक में इस पर चर्चा हुई। वहीं मेयर ने टैक्स रिव्यू करने के भी संकेत दिये। बैठक में निगम आयुक्त राहुल मजूमदार, चेयरमैन अमरनाथ चटर्जी, वसीम उल हक, मेयर परिषद सदस्य गुरुदास चटर्जी सहित टैक्स विभाग के तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 मेयर बिधान उपाध्याय ने कहा कि बैठक में राजस्व बढ़ाने पर विशेष चर्चा हुई। कई लोगों के एक लाख रुपये से भी ज्यादा का कर बाकी है। ऐसे लोगों का नाम सार्वजनिक करने पर विचार किया जा रहा है। क्योंकि अगर टैक्स की अदायगी नहीं होती तो नगर निगम के लिए जनता को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना मुश्किल हो जाएगा ? मेयर बिधान उपाध्याय ने बैठक में यह भी कहा कि नगरनिगम द्वारा टैक्स की समीक्षा भी कराई जाएगी। क्योंकि वर्षों पुराने दर से ही टैक्स लिया जा रहा है। इसे लेकर 15 दिन के अंदर पुन: बैठक की जाएगी।

कांग्रेस पार्षद गुलाम सहवाग ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह मेयर साहब अच्छा कर रहे हैं लेकिन इसके साथ ही जिन अमीरों के टैक्स बिना रिव्यू कमेटी के माफ किए गए हैं उनके भी समीक्षा होनी चाहिए कि किसे कटमनी देकर याह खेल खेला गया अमीरों को क्यों रियायत दी गई।

तृणमूल कांग्रेस पार्षद रणबीर सिंह जीतू ने स्वागत करते हुए इसे और प्रभावी बनाने के लिए कुछ कड़े कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी हो रही है कि वह जो मांग लगातार कर रहे हैं वहीं बात निगम के उच्च अधिकारियों को समझ आई है। शहर के विकास के लिए फंड की जरूरत है, इसके लिए राजस्व आय बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा टैक्स बकायेदारों को नोटिस भेजने के साथ ही टैक्स की समीक्षा करने की जरूरत है। क्योंकि बीते दस वर्षों के दौरान शहर में काफी विकास और निर्माण हुआ है। लेकिन देखा जा रहा है कि टैक्स से आय में जो वृद्धि होनी चाहिए वह नहीं हो रही है। नगरनिगम के संपत्ति कर में करोड़ों की हेरफेर की जा रही है। भांगा पाचील से लेकर मुर्गासाल, उषाग्राम, आसनसोल बाजार समेत विभिन्न इलाकों में संपत्ति कर की समीक्षा होनी चाहिए। क्योंकि कहीं-कहीं हजारों वर्गफीट में दुकान, शोरूम, गोदाम और रेस्टोरेंट चल रहा है। जहां से व्यापार कर लोग कमाई कर रहे हैं। लेकिन नगरनिगम को कोई कर नहीं मिल रहा है।

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