ASANSOL

Fly Ash Bricks उद्योग पर गहराया संकट

बंगाल मिरर, आसनसोल : शिल्पांचल में करीब 100 फैक्ट्री हैं जो फ्लाई ऐश ईंट बनाने का काम करती हैं। लेकिन मौजूदा हालात यह है कि इन फैक्ट्रियों को पर्याप्त मात्रा में कच्चा माल नहीं मिल रहा है। यह कच्चा माल पावर प्लांटों से आता है। अगर मौजूदा भविष्य में पर्याप्त कच्चा माल नहीं मिला तो सभी यूनिट बंद होने के कगार पर आ जाएंगीं। इस समस्या को लेकर फलाई ऐश ब्रिक्स एसोसिएशन ने जिला प्रशासन से सहयोग की मांग की थी। जिसके बाद शुक्रवार को जिला प्रशासन ने पावर प्लांटों व फ्लाई ऐश बनाने वाली कंपनियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।

बैठक में एसोसिएशन ने अपनी मांगों को रखा। इसपर जिला प्रशासन ने पावर प्लांटों से सहयोग करने की अपील की। पावर प्लांटों की तरफ से कहा गया कि मांग की अपेक्षा आपूर्ती नहीं हो पा रही है। डिमांड बढ़ गया है। इस कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। मांग के अनुरूप आपूर्ति के लिए प्रयास किया जा रहा है। बैठक में डीएम एस अरुण प्रसाद ने सभी पावर प्लांटों से आए प्रतिनिधियों को सहयोग की बात कही। मौके पर एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष संतोष टांटिया व सचिव विवेक कुमार भी मौजूद थे।

उत्पादन कम हुआ तो महंगे हो जाएंगे फ्लाई ऐश ईंट

एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष टांटिया ने कहा कि जो स्थिति उत्पन्न हो रही है इससे फ्लाई ऐश ईंटों का उत्पादन कम हो जाएगा। जबकि आज साधारण ईंटों की जगह फ्लाई ऐश ईंटों को ही लगाने का निर्देश दिया जा रहा है। मांग अधिक है। इसके लिए फैक्ट्रियां उत्पादन करने को भी तैयार है। लेकिन अगर ईंटों के उत्पादन में कमी आई तो यह महंगा हो जाएगा। लोग इसकी जगह में साधारण ईंट लगाएंगे जो पर्यावरण के लिए असुरक्षित है।

रोजगार छिन जाएगा हजारों लोगों का

बैठक में पहुंचे एसोसिएशन के सचिव विवेक कुमार ने कहा कि फ्लाई ऐश ईंटों को बनाने के लिए आसनसोल में करीब 100 यूनिटें काम कर रहीं हैं। प्रत्येक यूनिट में कम से कम 20 श्रमिक काम करते हैं प्रत्यक्ष रूप से और अप्रत्यक्ष रूप से सैकड़ों लोगों का रोजगार इससे जुड़ा हुआ है। उत्पादन कम होने से करीब 90 यूनिट बंदी के कगार पर आ गए हैं। ऐसे में दस हजार से ज्यादा लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

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