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Agniveer POP पहली बार ऐतिहासिक पीओपी परेड सूर्यास्त के बाद होगा आयोजित, नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच तैयार

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : सामरिक रूप से अहम देश के तटीय क्षेत्रों के सुरक्षा के लिए नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच तैयार हो चुका है। अग्निपथ योजना के तहत चयनित प्रशिक्षु नौसैनिकों के पहले बैच ने भारतीय नौसेना के प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में प्रारंभिक प्रशिक्षण के 16 सप्ताह पूरे कर लिए हैं। इन प्रशिक्षुओं का पासिंग आउट परेड 28 मार्च को सूर्यास्त के बाद आयोजित होगी। परंपरागत रूप से सुबह के वक्त पासिंग आउट परेड आयोजित होती है, लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों में पहली बार इस ऐतिहासिक पीओपी को सूर्यास्त के बाद आयोजित किया जाएगा।

प्रशिक्षुओं के लिए महत्वपूर्ण अवसर



पासिंग आउट परेड प्रशिक्षुओं के लिए महत्वपूर्ण अवसर और उनके परिवारों के लिए गर्व का क्षण है। नौसेना के अग्निवीरों का यह पहला पासिंग आउट बैच है, जो सशस्त्र बलों और राष्ट्र के लिए नई शुरुआत की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मुख्य अतिथि एवं समीक्षा अधिकारी नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार अग्निवीरों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान करेंगे। प्रतिष्ठित वेटेरन नाविकों, अंतरराष्ट्रीय ख्याति की महिला खिलाड़ियों और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में पहली बार रात में पीओपी का आयोजन अग्निवीरों के पहले बैच के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।

क्या होता है पासिंग आउट परेड?



पासिंग आउट सैन्य वर्दीधारी सेवा कर्मियों द्वारा अपने संबंधित प्रशिक्षण सैन्य अकादमी में पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद आधिकारिक समारोह है। दूसरे शब्दों में बुनियादी प्रशिक्षण पाठ्यक्रम पूरा होने पर सैनिक, नाविक या वायुसैनिक पासिंग आउट सैन्य परेड में भाग लेते हैं। ‘पासिंग आउट’ समारोह के दौरान सैन्य परेड में कई तरह के कार्यक्रम निर्धारित होते हैं इनमें सैन्य बैंड के अलावा फ्लाई पास्ट जैसे सिंक्रनाइजेशन अनुशासन के अन्य प्रदर्शन भी शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही प्रशिक्षुओं द्वारा कई तरह की कलाबाजी का भी प्रदर्शन किया जाता है। नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच अपना सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर पासिंग आउट परेड के लिए तैयार पूरी तरह तैयार है।

सीमावर्ती युद्धपोतों पर किया जाएगा तैनात

देश की सेवा के लिए नौसेना के अग्निवीरों का पहला बैच तैयार हो गया है, जिसकी पासिंग आउट परेड 28 मार्च को आईएनएस चिल्का पर होगी। पहले बैच में 2600 अग्निवीरों हैं, जिनमें 273 महिलाएं भी हैं। ट्रेनिंग के सफल समापन पीओपी के मुख्य अतिथि और समीक्षा अधिकारी नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर हरि कुमार होंगे। सफल प्रशिक्षुओं को समुद्री प्रशिक्षण देने के लिए सीमावर्ती युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा।

महिला अग्निवीर प्रशिक्षु के लिए ‘रोलिंग ट्रॉफी’

नौसेना ने देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) दिवंगत जनरल बिपिन रावत की याद में योग्यता के लिहाज से प्रथम रहने वाली महिला अग्निवीर प्रशिक्षु के लिए ‘रोलिंग ट्रॉफी’ शुरू की है, जो अगले बैच से दी जाएगी। यह ट्रॉफी स्वर्गीय जनरल रावत की बेटियां कृतिका और तारिनी योग्य महिला अग्निवीर को देंगी। पहली बार पासिंग आउट परेड में प्रतिष्ठित वेटेरन नाविक भाग लेंगे, जिन्होंने अपनी सेवाकाल के दौरान और सेवानिवृत्ति के बाद के करियर में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को भी पीओपी में सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।

INS चिल्का के बारे में



INS चिल्का सैन्य बल में शामिल होने के बाद, नाविकों के प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए भारतीय नौसेना का प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान है। 1980 में कमीशन के बाद संस्थान सेवा प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओं जैसे शारीरिक प्रशिक्षण, तैराकी, छोटे हथियार, साइबर सुरक्षा और नौसेना अभिविन्यास आदि को संचालित करता है। नौसैनिकों के लिए पाठ्यक्रम समुद्र में करियर के लिए आवश्यक मानसिक और शारीरिक संकायों को विकसित करने के लिए तैयार किया गया है। पासिंग आउट परेड की लाइव स्ट्रीमिंग 28 मार्च 23 को 1730 बजे से भारतीय नौसेना के यूट्यूब चैनल और इंस्टाग्राम पेज के साथ-साथ दूरदर्शन नेटवर्क पर शुरू होगी।

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