नील षष्ठी पूजा में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं की सेवा
बंगाल मिरर, आसनसोल : आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल नगर निगम के वार्ड संख्या 57 के बराचक ग्राम मे गुरुवार को बराचक तृणमूल युवा कॉंग्रेस कर्मियों ने चंद्रचूर मंदिर प्रांगण मे आयोजित चरक पूजा महोत्सव मे भाग लेने जा रहे श्रद्धालुओं के बिच शरबत पानी पिलाने का कार्य किया, इस दौरान कई राहगीरों व स्कूली बच्चों को भी सरबत पिलाया, तृणमूल युवा कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं का यह कहना है की वह हर धार्मिक व समाजिक कार्यक्रमों मे कुछ इसी तरह से हिस्सा लेते हैं, और श्रद्धालुओं को मदद पहुँचाते हैं, इस मौके पर तृणमूल युवा कांग्रेस कर्मी विक्रम, कार्तिक, बिकास, बिसेश्वर, जयंत, प्रदीप, मनोज राजू, धीबर, अश्वनी, काजल, मानिक और देबा महतो सहित कई कार्यकर्त्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे।
नील षष्ठी के मौके पर आसनसोल के प्राचीन चंद्रचूड़ मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से ही चंद्रचूड़ मंदिर में दूर-दूर से लोग उमड़े। भक्तों ने कतारों में खड़े होकर मंदिर में जाकर पूजा अर्चना की
एक तरफ चैत्र संक्रांति और दूसरी तरफ नील पूजा। नील पूजा या चरक पूजा के मौके पर आसनसोल के प्राचीन चंद्रचूड़ मंदिर समेत शहर के अन्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ होती है। केवल आसनसोल ही नहीं बल्कि आसनसोल के आसपास के विभिन्न गांवों और कस्बों से भी कई भक्त इस मंदिर में पूजा करने आते हैं। बाबा चंद्रचूड़ मंदिर में सुबह से ही कई भक्तों के साथ भक्त पूजा-अर्चना करने पंहुचे। इस मौके पर हर साल की तरह इस साल भी प्रियांशु सेवा समिति की तरफ से चंद्रचूर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पानी और शरबत का प्रबंध किया गया था
इस बारे में जानकारी देते हुए इस संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी प्रियांशु सेवा समिति द्वारा नील षष्ठी के मौके पर चंद्रचूर मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को पानी और शरबत पिलाया गया उन्होंने कहा कि 2014 से वह कार्य करते आ रहे हैं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान भी 2020 तथा 2021 में प्रियांशु सेवा समिति द्वारा लोगों को राशन सामग्री उपलब्ध कराई गई थी साथ ही आसनसोल स्टेशन पर जो प्रवासी श्रमिक आए थे उनको भी भोजन करवाया गया था उन्होंने कहा कि यह कार्य लगातार दो महीने किया गया था जिससे किसी भी प्रवासी श्रमिक को कोई असुविधा ना हो उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी उनका संगठन विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता रहता है इनमें त्रिपाल वितरण कंबल वितरण जैसे कार्यक्रम रहते हैं उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में 1300 तिरपाल बांटे गए थे और आज भी यहां पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं को शरबत और पानी पिलाया जा रहा है