ASANSOL-BURNPUR

आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन पुनः अध्यक्ष बने गौरी शंकर, महासचिव हरजीत सिंह

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : इस्पात नगरी बर्नपुर के भारतीय भवन में आईएनटीयूसी की तरफ से इंडियन आयरन स्टील वर्कर्स एसोसिएशन की साधारण सभा हुई । सेल आईएसपी में हम मजदूर के सहयोग से इस साल 3 मिलियन टन के लक्ष्य को पूरा करेंगे तब तक संभव है जब मजदूर ट्रेड यूनियन, मैनेजमेंट में तालमेल सही हो आज। इंटक से संबंधित आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन एवं ठीकेदार मजदूर कांग्रेस के 79 अधिवेशन के वारसिक आम बैठक को सम्बोधित करते हुए बर्नपुर के भारती भवन के सभागार में सेल आईएसपी के कार्यपालक निदेशक बिनोद कुमार ने कहीं। उन्हें कहा कि यहां बर्नपुर में इंटक यूनियन में टीम स्पिरिट, टीम वर्क के करण आज इसको नए आयाम को छू रहा है यहां सभी यूनियन मिलकर कम कर रहे हैं ।

मंच को मुखिया अतिथि के रूप में नेता रघुनाथ पांडे ने कहा कि मजदूरों की लड़ाई जारी रखेंगे । वर्तमान समय में मजदूरों को अपनी लड़ाई जारी रखने के लिए सड़क पर उतरना होगा कार्यक्रम की शुरुआत में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया । इस अवसर पर सेल आईएसपी मैनेजमेंट से सब्यसाची दत्ता गौतम बनर्जी आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गौरी शंकर सिंह महामंत्री हरजीत सिंह ठीकेदार यूनियन के सचिन अजय राय महेश अग्रवाल एलॉय स्टील प्लांट दुर्गापुर से विकास घटक, इंटक प्रदेश अध्यक्ष एम क्यू जमा, गुरदीप सिंह, श्रीकांत साह,‌ मनीष प्रसाद, विवेकानंद कुमार आदि उपस्थित थे। इस दौरान इंटक के बर्नपुर यूनियन की नई कमेटी का गठन किया गया जिसमें गौरी शंकर सिंह अध्यक्ष और हरजीत सिंह पुनः महासचिव चुने गए

इस बारे में जानकारी देते हुए संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि आज यहां पर इंडियन आयरन एंड स्टील वर्कर्स एसोसिएशन की साधारण सभा हुई जहां पर विभिन्न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई हमें बताया कि इससे पहले कुल्टी में भी एक बैठक हुई थी वहां पर जिस तरह से कोयला खदानों के निजीकरण की कोशिश की जा रही है उसको लेकर भी चर्चा हुई और इस कोशिश का विरोध किया गया।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय संसाधनों का निजीकरण करना चाहती है जिसका इंटक विरोध करता है क्योंकि राष्ट्रीय संसाधनों को बनाने में पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने जो भूमिका निभाई थी वह किसी से छुपा हुआ नहीं है लेकिन वर्तमान केंद्र सरकार इन संसाधनों को बेचने पर चोरी हुई है जिसका इंटक घोर विरोध करता है उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय संसाधनों के निजीकरण के विरोध में देशभर के सभी संगठन की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है तब टीएमसी के श्रमिक संगठन आईएनटीटीयुसी आरएमएस उसमें शामिल नहीं होता है इससे साफ जाहिर होता है कि टीएमसी के श्रमिक संगठन की प्राथमिकताएं कहां है ऐसे किसी भी संगठन से इंटक सहयोग नहीं कर सकती जो की श्रमिक विरोधी नीतियों की मुखालफत ना करें।

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