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Amarnath Yatra 2023 : 1 जुलाई से शुरू होगी, जानें कब से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन ?

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता: जम्मू और कश्मीर में 62-दिवसीय श्री अमरनाथजी यात्रा इस वर्ष 1 जुलाई को शुरू होगी और 31 अगस्त 2023 को समाप्त होगी। यात्रा के लिए पंजीकरण यानि रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में शुरू होंगे। यह यात्रा दोनों मार्गों अनंतनाग जिले में पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले में बालटाल से एक साथ शुरू होगी। इसके अलावा अमरनाथ धाम से बाबा की आरती का सीधा प्रसारण भी देखने को मिलेगा। देश और दुनियाभर के लोग घर बैठे भी बाबा अमरनाथ धाम के दर्शन कर पाएंगे।



सुखद तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध सरकार

जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की 44वीं बैठक की अध्यक्षता की और यात्रा के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की जिसमें पंजीकरण, हेलीकाप्टर सेवाओं का प्रावधान, शिविर, सेवा प्रदाता, लंगर और यात्रियों के लिए बीमा कवर शामिल हैं। प्रत्येक वर्ष कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा का प्रबंधन श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड द्वारा ही किया जाता है।

इस बार श्रद्धालुओं को मिलेंगी ये सुविधाएं

जम्मू-कश्मीर प्रशासन आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सेवा प्रदाताओं को श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा। तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले दूरसंचार सेवाओं को चालू कर दिया जाएगा। उपराज्यपाल, मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को पवित्र तीर्थ यात्रा और पंजीकरण की तारीखों की घोषणा करते हुए कहा कि प्रशासन सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सभी हितधारक विभाग यात्रा के सुचारू संचालन के लिए आवास, बिजली, पानी, सुरक्षा और अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समन्वय में काम कर रहे हैं। इसी के साथ राज्यपाल की ओर से अधिकारियों को स्वच्छता के उच्च स्तर को सुनिश्चित करने और स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए आवश्यक हस्तक्षेप करने का भी निर्देश मिला है।

अमरनाथ धाम से बाबा की आरती को होगा सीधा प्रसारण

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) दुनियाभर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण भी करेगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए श्री अमरनाथजी यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है।

62 दिनों तक चलेगी अमरनाथ यात्रा, कैफेटेरिया व अन्य ढांचागत सुविधाओं के लिए मांगे गए टेंडर

बाबा बर्फानी की यात्रा की तारिख की घोषणा हो गई है, इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में श्री बाबा अमरनाथ यात्रा की तैयारी तेज हो गई है। इस बार एक जुलाई से 30 अगस्त (रक्षाबंधन) तक चलने वाली श्री अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू-कश्मीर की 20 बैंक शाखाओं में सोमवार से ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके लिए देश भर में चार बैंकों की 542 शाखाओं में पंजीकरण करवाया जाएगा।

कैसे करें रजिस्ट्रेशन

जम्मू जिला में सबसे अधिक छह बैंक शाखाएं चिन्हित की गई हैं। इसके अलावा डोडा में 2, कठुआ में 2, राजोरी, पुंछ, रामबन में 1.1, रियासी में 2, श्रीनगर, उधमपुर में 1.1, सांबा में 2 और रामबन में 1 बैंक शाखा में यात्री पंजीकरण होगा। इसके लिए श्राइन बोर्ड के वेबसाइट से डाउनलोड किए गए फार्म पर तीन फोटो के अलावा 16 अप्रैल के बाद जारी किया गया स्वास्थ्य प्रमाणपत्र संलग्न करना होगा।



इन कार्यों के लिए मांगे गए टेंडर

इस वर्ष पहली बार अमरनाथ यात्रा 62 दिनों तक चलेगी। अमरनाथ यात्रा के दौरान पवित्र गुफा में सुबह और शाम के समय होने वाली आरती का सीधा प्रसारण किया जाएगा। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने यात्रा मार्ग पर विभिन्न शिविरों में सुविधाओं के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। शिविरों में सुविधाओं और पौनी व पालकी वालों की सेवाओं के लिए भी प्रक्रिया शुरू हो गई है। यात्रा के पहलगाम व बालटाल दोनों मार्गों पर शिविर तैयार करने, मरम्मत कार्य व अन्य ढांचागत सुविधाओं के लिए टेंडर निकाले गए हैं। नीलग्रथ हेलीपैड के पास कैफेटेरिया के लिए भी टेंडर मांगे गए हैं।

पहलगाम मार्ग पर विभिन्न जगहों में वाटर स्टोरेज टैंक की मरम्मत व वाटर प्यूरीफायर की सेवा के लिए भी टेंडर मांगे गए हैं। शेषनाग कैंप में मरम्मत कार्य, नुनवान शिविर में टायलेट आसपास क्षेत्रों में सफाई, नुनवान कैंप में विभिन्न जगहों पर नए नालियों के निर्माण, चंदनवाड़ी शेषनाग और चंदनवाड़ी से यात्रा मार्ग पर साइन बोर्ड लगाने और बाद में हटाने के लिए और पवित्र गुफा के पास सीढ़ियों के शेड कार्य के लिए भी निविदा आमंत्रित किए गए है।



अमरनाथ यात्रा तीर्थों का तीर्थ

अमरनाथ यात्रा हिन्दू धर्म का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यह भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश की राजधानी श्रीनगर के उत्तर-पूर्व में 135 किमी दूर समुद्रतल से 13,600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इस गुफा की लंबाई (भीतर की ओर गहराई) 19 मीटर और चौड़ाई 16 मीटर है। गुफा 11 मीटर ऊंची है। अमरनाथ गुफा भगवान शिव के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है, क्योंकि यहीं पर भगवान शिव ने मां पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था।

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