ASANSOL-BURNPUR

SAIL ISP की दुकान के लिए भाजपा और तृणमूल में टकराव

Burnpur में घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा

बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर : SAIL ISP की दुकान के लिए भाजपा और तृणमूल में टकराव। हीरापुर थाना अंतर्गत बर्नपुर में इस्को स्टील प्लांट द्वारा आवंटित दुकान को लेकर भाजपा और तृणमूल के बीच टकराव से स्थिति तनावपूर्ण हो गई है ।एक ओर भाजपा कार्यकर्ता विधायक अग्निमित्र पाल के नेतृत्व में आंदोलन पर उतरे हैं तो दूसरी ओर शिक्षक संगठन के राजनेता अशोक रूद्र के नेतृत्व में तृणमूल कार्यकर्ता डटे हुए हैं। पुलिस कई घंटों से मामले को सुलझाने का प्रयास कर रही है लेकिन दोनों पक्ष समझने को तैयार नहीं थे। बाद में वह लोग खुद पीछे हटे।

इस्पात नगरी बर्नपुर ओल्ड स्टेशन रोड मार्केट मैं एक दुकान को लेकर विवाद पैदा हो गया है इसके खिलाफ आज आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गई इनका कहना है कि इसको द्वारा भाजपा की एक कार्यकर्ता पूर्णिमा दे को दुकान अलॉट किया गया था जिस के सारे दस्तावेज भी उनके पास है लेकिन इसके बावजूद पार्षद अशोक रुद्रा के कुछ समर्थक पूर्णिमा दे को व्यवसाय करने नहीं दे रहे हैं उनको धमका रहे हैं विधायक ने कहा कि इसके बारे में आसनसोल दुर्गापुर पुलिस आयुक्त सुधीर नीलकंठम सहित पुलिस प्रशासन के सभी आला अधिकारियों को सूचित किया गया है लेकिन बीते 7 दिनों से यह भाजपा कार्यकर्ता सभी दस्तावेज होने के बावजूद उस दुकान को नहीं खोल पा रही है और अपना व्यवसाय नहीं कर पा रही है उन्होंने कहा कि यही टीएमसी का असली चरित्र है वह गुंडई और जबरदस्ती किसी की भी संपत्ति को दबोचने विश्वास रखती है । इनका साफ कहना था कि इसको के साथ जब उन्होंने इस मामले को लेकर संपर्क किया तो इसको के आला अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह जमीन और उस पर बनी दुकान पूर्णिमा दे के नाम पर अलॉट किया गया है इस मामले को लेकर जब हीरापुर थाने का दरवाजा खटखटाया गया तो थाना प्रभारी ने सभी को थाना बुलाकर इस समस्या का समाधान निकालने की बात कही है विधायक का कहना था कि उनको कहा जा रहा है कि वह अशोक रुद्रा से बात करें लेकिन वह इस मामले को लेकर अशोक रुद्रा से बात क्यों करें वह विधायक हैं और उनके कार्यकर्ता के पास इसको द्वारा दुकान उनके नाम पर अलॉट करने के कागजात है ऐसे में स्थानीय पार्षद से बात करने की क्या जरूरत है विधायक ने आरोप लगाया कि जिस जमीन पर अशोक रुद्रा का पार्टी कार्यालय है वह इसको कि जमीन पर है क्या उन्होंने इसको से अनुमति लेकर वहां पर पार्टी कार्यालय बनाया है अग्निमित्रा पाल ने साफ कहा कि अगर उनके कार्यकर्ता को दुकान चलाने में असुविधा हुई तो वह लोग बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे और अगर कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती है तो इसके लिए पुलिस आयुक्त सहित प्रशासन जिम्मेदार होगा हालांकि एक अन्य महिला देवाश्री भद्रा ने कहा कि उनके पास भी इसको के कागजात है जिसमें यह साफ लिखा हुआ है कि यह दुकान उनकी है उन्होंने कहा कि आज नहीं जब प्रदेश में वाम फ्रंट का शासन था तब से वह यहां पर यह दुकान चला रही है यहां के सभी लोग जानते हैं कि यह दुकान किसकी है लेकिन आज उनको अपनी ही दुकान से हटाया जा रहा है उन्होंने कहा कि वह इस बात को कभी नहीं मान सकती कि कोई राजनेता अपने समर्थकों के साथ आएगा और उनको उनकी दुकान से हटना पड़ेगा हालांकि इस बारे में जब विधायक अग्निमित्रा पाल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह सब की विधायक है उन्होंने उस महिला को भी कहा था कि अगर इसको ने एक ही दुकान दो व्यक्तियों को अलॉट की है तो वह खुद उनको लेकर इसको प्रबंधन के पास जाएंगी और इस मामले का निपटारा करेंगे लेकिन वह महिला ना तो इसको के कागजात दिखा रही हैं और नहीं उनके साथ इसको प्रबंधन के पास जाने को तैयार है जबकि वह दावा करती है कि उनके पास इसको के कागजात है जिसमें इसको द्वारा उनको यह दुकान अलॉट की गई है इस बारे में जब हमने अशोक रुद्रा से बात की तो उनका साफ कहना था कि वह इस तरह के मामलों में नहीं पड़ते यहां पर बेहद शांतिपूर्ण तरीके से लोग व्यापार करते हैं यहां पर कोई राजनीतिक रंग नहीं है लेकिन भाजपा की विधायक ने ईद के पवित्र दिन को चुना और यहां पर अशांति फैलाने की कोशिश की वह एक मामूली सी बात को राजनीतिक रंग देना चाहती है क्योंकि उनके पास करने को कुछ नहीं है विधायक के तौर पर उन्होंने क्षेत्र में कोई विकास नहीं किया है इसलिए सिर्फ प्रचार में बने रहने के लिए वह इस तरह के हथकंडे अपना रही हैं उन्होंने कहा कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है अशोक रुद्रा ने कहा कि यहां पर इतने दुकानदार हैं किसी से भी पूछने पर यही बात सामने आएगी कि वह कभी यहां के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते बाजार का जो भी मामला है वह बाजार कमेटी तय करती है इसमें वह कोई हस्तक्षेप नहीं करते

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