MMIC पर हमले में दिलदार समेत 11 पर एफआईआर, 1 गिरफ्तार
बंगाल मिरर, एस सिंह: जामुड़िया में शुक्रवार की देर शाम तृणमूल कांग्रेस के दो गुटों में आपसी भिड़ंत के दौरान ब्लाक अध्यक्ष सह एमएमआइसी व पार्षद सुब्रत अधिकारी के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने एफआइआर दर्ज किया है। इसमें तृणमूल के ही 11लोगों आरोपी है। एक प्राथमिकी पीड़ितएमएमआइसी सुब्रत अधिकारी द्वारा ही दर्ज कराया गया है। उनके लिखित शिकायत पर भादवि की धारा 447/341/323/325/307/506/34 लगाई गई है। बताया जाता है कि इसमें दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है। जिन ग्यारह लोगों को नामजद बनाया गया है उनमें तृणमूल कांग्रेस जामुड़िया ब्लाक एक के महासचिव शेख दिलदार व शेख समसुल, शेख अख्तर अली, मो शमीम अंसारी, गोपी दिवर, चंचल बनर्जी, जीतू चक्रवर्ती, शेख शरखुदिन, काजल मांझी, मिंटु अंसारी, हसीबुल शामिल हैं। इस मामले में चंचल को गिरफ्तार भी कर लिया गया है
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घटना के समय ही पीड़ितएमएमआइसी सह पार्षद सुब्रत अधिकारी ने खुले रूप से शेख दिलदार का नाम लिया था। कहा था कि दिलदार के नेतृत्व में ही लोगों ने उनपर हमला किया। विधायक हरेराम सिंह ने भी इस घटना की निंदा की है। कहा है कि जो कुछ भी हुआ ठीक नहीं हुआ है। एक जगह रह कर विवाद करना सही नहीं है। सुब्रत अधिकारी एक गरिमामयी पद पर आसीन हैं। उनके साथ ऐसा करना ठीक नहीं है। अगर किसी को शिकायत थी तो मौखिक रूप से या पार्टी में लिखित रूप से कर सकते थे। इस घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी दोषी होंगे पुलिस उनपर उचित कार्रवाई करे। यह घटना घोर अनुशासनहीनता का परिचायक है जिसे पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी।
मालूम हो कि शुक्रवार को एमएमआइसी सुब्रत अधिकारी अपने कार्यालय में बैठ कर लोगों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान तृणमूल के दूसरे गुट के लोग घुस आए और उनपर हमला कर दिया। बताया जाता है कि सुब्रत अधिकारी के ड्राइवर के साथ भी मारपीट की गई है। अब तक जाे जानकारी छन कर आई है पता चला है कि यह पूरा विवाद नई ब्लाक कमेटी के गठन को लेकर हुआ है। हालांकि इस बात को पार्टी के किसी भी नेता ने स्वीकार नहीं किया है कि किस कारण से यह विवाद हुआ है।
उधर पुलिस इस जांच में जुट गई है। सुब्रत अधिकारी ने यहां तक आरोप लगाया है कि इस ब्लाक कमेटी में भाजपा के कुछ लोग शामिल हों गए हैं। जो की इसके बारे में उन्हें भी पता नहीं है। पूरे मामले की जानकारी पार्टी के उच्च पदाधिकारियों को दे दी गई है। मालूम हो कि पीड़ित सुब्रत अधिकारी के समर्थकों ने इस घटना के विरोध में शुक्रवार को पथावरोध कर दिया था। उधर यह भी बात सामने आ रही है कि शनिवार को तृणमूल के बड़े नेताओं द्वारा दोनों गुटों को समझाने एवं मामले को सुलह कराने का दौर चलता रहा।