Vande Bharat Express के इंजिन बनेंगे अब आसनसोल के CLW में
Chittaranjan locomotive works को मिला 4 इंजिन का ऑर्डर
बंगाल मिरर, आसनसोल : अब वंदे भारत एक्सप्रेस का इंजन आसनसोल में बनेगा। रेल नगरी चित्तरंजन को इसकी जिम्मेदारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक, चित्तरंजन रेल इंजन कारखाने को देश की सेमी हाई स्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के लिए चार इंजन बनाने का प्रारंभिक ऑर्डर प्राप्त हुआ है। सीएलडब्ल्यू ने फिलहाल चार इंजन का निर्माण शुरू कर दिया है। सीएलडब्ल्यू के मुताबिक, उनकी फैक्ट्री में एपी 5 टाइप डुअल इंजन बनाने का इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। सीएलडब्ल्यू में आधुनिक गुणवत्ता वाले सेमी हाई स्पीड इंजन बनाने के साथ-साथ वे वंदे भारत के लिए डिजाइन भी उपलब्ध कराएंगे।
इन चार इंजनों में से आगे और पीछे दो-दो इंजन 24 यात्री कक्षों वाले हैं। आगे का इंजन खींचेगा और पीछे का इंजन धक्का देगा। एक बार इन इंजनों का निर्माण हो जाने के बाद, ये आईसीएफ रेलवे कोच निर्माण संयंत्र में जाएंगे और वहां से नई 24 – डिब्बे वाली यात्री ट्रेन को परीक्षण के आधार पर चलाया जाएगा।
वर्तमान में वंदे भारत के इंजन और कोच का निर्माण आईसीएफ में किया जाता है। चितरंजन द्वारा निर्मित 4 इंजन वाली दो वंदे भारत जैसी ट्रेनें पहले पुश पुल सिस्टम पर चलेंगी और अगर नवनिर्मित इंजन का परिचालन सफल रहा तो आने वाले दिनों में चितरंजन को रेलवे बोर्ड से इंजन के कई और आर्डर आ सकते हैं।
चिरेका के उप महाप्रबंधक मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अमित अग्रवाल ने कहा कि चिरेका के पास चार इंजन बनाने का ऑर्डर मिला है। जिनका इस्तेमाल वंदे भारत ट्रेन के लिए किया जाएगा यह किस रूट पर चलेंगी, यह भारतीय रेलवे तय करेगी इन इंजनों से प्रायोगिक तौर पर ट्रेनों का परिचालन होगा। सनद रहे कि एक साल में लगभग 450 इंजन बनाने का रिकॉर्ड है।