ASANSOL

पत्नी को पाने के लिये पिछले 12 वर्षों से दरबदर की ठोकरें खा रहा रिटायर्ड क्लर्क पति

बंगाल मिरर, आसनसोल : उत्तर प्रदेश की चर्चित एसडीएम ज्योति मौर्य की तरह बंगाल की इस शिक्षिका ने भी अपने प्रेमी WBCS अधिकारी को पाने के लिये छोड़ा रिटायर्ड क्लर्क पति का साथ ।  वहीं पत्नी को पाने के लिये पिछले 12 वर्षों से दरबदर की ठोकरें खा रहा रिटायर्ड क्लर्क पति।  पीड़ित पति ने अपनी पत्नी को पाने के लिये राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री व राज्य्पाल सहित पुलिस और जिला प्रशासन तक को कर चुका है लिखित शिकायत ।  झारखंड सिचाई विभाग मे कलर्क के पद पर रहकर अपनी पत्नी को आईए, बीए, एमए और पीएचडी की पढ़ाई करवाकर शिक्षिका बनने मे दिया था भरपूर साथ

पश्चिम बंगाल आसनसोल दक्षिण थाना अंतर्गत इसमाईल मोड़ के पास रहनेवाली शिक्षिका के ऊपर उनके झारखंड सिचाई विभाग मे रिटायर्ड कलर्क पति सिद्धनाथ शर्मा ने गंभीर आरोप लगाए हैं, सिद्धनाथ ने अपने आरोपों मे यह कहा है की उनकी शादी बिहार बिहटा की युवती के साथ दस जुलाई 1988 मे देवघर मंदिर मे शादी हुई थी, उनकी पत्नी दसवीं तक पढ़ाई की थी

 सिद्धनाथ  का दावा है कि उनकी पत्नी को पढ़ लिखकर शिक्षिका बनना था, पर परिवार मे 6 बहन दो भाई माता पिता को लेकर कुल दस सदस्य होने के कारण परिवार का खर्चा ज्यादा था जो उनकी पत्नी की आगे की पढ़ाई मे सबसे बड़ा बाधा था इस लिये पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिये सिद्धनाथ ने पत्नी की पढ़ाई जारी राखी आइए, बीए, एमए, फिर पीएचडी की पढ़ाई करवाई जिसके बाद उनकी पत्नी को आसनसोल के बर्नपुर के एख फ्री प्राइमरी स्कूल मे शिक्षिका की नौकरी मिल गई।  अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिये सिद्धनाथ का मेहनत रंग लाया दोनों पति पत्नी काफी ख़ुश थे दोनों को एक बच्चा भी हुआ उनके जीवन मे सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था 

सिद्धनाथ की पत्नी अर्चना को जामताड़ा से आसनसोल आकर ड्यूटी करने मे काफी मुश्किल होती थी जिसके बाद सिद्धनाथ ने अपनी पत्नी की मुश्किलों को हल करने के लिये आसनसोल हीरापुर थाना अंतर्गत डॉली लॉज में एक किराए पर मकान लिया जहाँ पति पत्नी और उनका एक बच्चा रहने लगे सिद्धनाथ वहीं से जामताड़ा सिचाई विभाग अपने ड्यूटी पर जाते और फिर वापस आसनसोल घर आते ।

सिद्धनाथ ने कहा 2007 मे उनकी पत्नी अर्चना ने उनको बताया की उसके स्कुल मे बच्चों के मध्यान भोजन मे गड़बड़ी को लेकर किसी ने जिला प्रशासन को शिकायत की है जिस शिकायत के आधार पर स्कुल मे जाँच शुरू हो गई है, जाँच के लिये WBCS अधिकारी  आए थे उनकी पत्नी ने यह भी कहा की स्कुल मे क्या होगा कुछ कहा नही जा सकता जिसका जवाब देते हुए सिद्धनाथ ने अपनी पत्नी को कहा की घबराने की कोई बात नही जो होगा अच्छा होगा सिद्धनाथ ने अपनी पत्नी पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा की उनकी पत्नी के मोबाईल पर आए दिन WBCS अधिकारी  को बार -बार फोन आता था, वह उनकी पत्नी से घंटों बात कर्ता था,

 इसी बिच वह अचानक से कभी एक सप्ताह तो कभी दो सप्ताह के लिये गायब हो जाती थी कहाँ जाती थी वह कुछ बताती भी नही थी पूछने पर गुस्सा हो जाती थी और उलटे सीधे जवाब देती थी, सिद्धनाथ ने बताया की वह अपनी पत्नी की गैर मौजूदगी मे उसका बैग चेक किये जिसमे से कई फोटोग्राफ उनको मिले जिसमे WBCS अधिकारी  और उनकी पत्नी एक साथ दिखे किसी होटल तो कोई पार्क तो कोई हिल स्टेशन तो कभी दार्जलिंग और सिलीगुड़ी मे खींचे गए फोटो मिले जिससे वह काफी दुखी हुए, के घर आने पर उन्होंने उससे पूछा की उससे आखिर कौन सी गलती हुई है जिसका सजा वह उनको दे रही है 

पत्नी ने गुस्से मे आकर कहा तुम तो ज्यादा दिन जीने वाले नही हो इस लिये मुझे सहारे की जरुरत है, सिद्धनाथ ने अपनी पत्नी से पूछा उससे किसने कहा की वह ज्यादा दिनों तक नही जीने वाले अर्चना ने बताया की WBCS अधिकारी  ने उसे बताया है, जिसके बाद सिद्धनाथ ने कहा की वह क्या चाहती है अर्चना ने अपने पति सिद्धनाथ को बताया की वह WBCS अधिकारी के साथ रहना चाहती है वह उसके साथ ही अपना जीवन बिताना चाहती है, उसने यह फैसला कर लिया है, जिसके बाद सिद्धनाथ अपनी पत्नी को मनाने और समझाने की कई कोशिसे की पर वह नही मानी और वह हमारे बेटे को लेकर WBCS अधिकारी द्वारा दिये गए इसमाइल मोड़ स्थित फ्लैट मे रहने चली गई 

सिद्धनाथ ने यह भी आरोप लगाया की WBCS अधिकारी पहले से ही शादी सुदा हैं उन्होंने अपनी पत्नी को तालाक देकर अपने दो बच्चों को छोड़कर वह उनकी पत्नी के साथ रह रहे हैं उन्होंने WBCS अधिकारी से हाथ जोड़कर अपनी पत्नी अर्चना कुमारी को छोड़ देने व उनके हस्ते खेलते परिवार को बर्बाद नही करने की अपील की पर वह नही माने और उन्होंने यह धमकी दी की मै अपनी पत्नी का पीछा छोड़ दूँ उसे भूल जाऊं नही तो वह मुझे या तो किसी झूठे केस मे फंसा देंगे या फिर उनकी हत्या करवाकर उनका शव तक गायब करवा देंगे, ऐसे मे सिद्धनाथ ने अपनी जान की सुरक्षा के साथ -साथ अपनी पत्नी और बच्चे को पाने के लिये राष्ट्रपति सहित प्रधानमंत्री, पश्चिम बंगाल और बिहार के राज्य्पाल, दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री और डीजीपी सहित जिलाध्यक्ष शासको व पश्चिम बंगाल के सिक्षा मंत्री को भी लिखित शिकायत की है,

वहीं उनकी पत्नी ने पलटवारकर आरोप लगाया है कि उनके तथाकथित पति ने उनकी कोई मदद नहीं की है वह खुद कॉलेज गई पढी और आगे बढ़ी है उन्होंने अपना और अपनी मां का सपना पूरा किया है उनकी पढ़ाई में पति ने किसी तरह का आर्थिक मदद नहीं किया बल्कि उनके सारे दस्तावेज छीन लिए ताकि वह पीएचडी ना कर सके। उन्होंने कभी ना ही पति और ना ही पिता होने का फर्ज निभाया । 2008 के बाद से उनका उनसे कोई संपर्क नहीं है।

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