KULTI-BARAKAR

क्या प्रेम त्रिकोण में दोस्तों के बिछाये जाल मे फंसकर गंवा दी अर्जुन कुरैशी ने जान ?

सात दिनों बाद लापता अर्जुन कुरैशी का शव मिला झारखंड में

बंगाल मिरर, बराकर : पश्चिम बंगाल आसनसोल कुलटी थाना अंतर्गत बराकर पुलिस फाड़ी के बलतोड़िया इलाके के रहने वाले अर्जुन कुरैसी नामक बहुत ही कम उम्र के एक युवक गाय व्यापारी की लाश झारखंड धनबाद जिले के चिरकुण्डा थाना अंतर्गत नुतून ग्राम इलाके मे स्थित घने जंगलों के बिच क्षत -विक्षत अवस्था मे बरामद हुई। बताया जा रहा है की अर्जुन 21 तारीख की सुबह नास्ता करने के बाद अपनी माँ से गाय खरीदने मैथन जाने की बात कहकर निकला था, रात होने के बाद भी जब अर्जुन वापस घर नही लौटा तब अर्जुन की माँ घबरा गई वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों से कही के काफी देर हो गई अर्जुन घर नही आया वह कभी बिना बताए बाहर इतनी देर नही रुकता था, कहीं भी वह रहे खाने के वक्त वह जरूर घर आता था, अगर काम मे उसको कहीं देर होती तो वह घर मे अपनी माँ को फोन कर जरूर बताता था पर आखिर ऐसा क्या हुआ की इतनी रात हो गई ना तो अर्जुन आया और ना ही उसका कोई फोन जिसके बाद अर्जुन के परिजन अर्जुन की खोज मे जुट गए, सुबह होने के बाद भी जब अर्जुन की कोई खोज खबर नही मिली तब अर्जुन के परिजनों ने अर्जुन की लापता होने की खबर बराकर पुलिस फाड़ी को दी ‌

File photo

जिसके बाद अर्जुन के तलाश मे एक तरफ जहाँ अर्जुन के परिजन लगे हुए थे तो वहीं दूसरी ओर बराकर पुलिस फाड़ी भी अर्जुन की खोज मे उसके मोबाईल लोकेशन के आधार पर झारखंड के मैथन तक पहुँच गई बावजूद उसके अर्जुन का कहीं पता नही चला 23 तारीख को अर्जुन का फोन उसके परिजनों के मोबाइल पर आया जिस फोन पर अर्जुन बार -बार खुद को बचा लेने की गुहार अपने परिजनों से लगा रहा था, वह यह भी कह रहा था उसको किसी लड़की के केस मे कुछ लोगों ने पकड़ लिया है और मैथन के किसी गाँव मे बांध कर रखा है जहाँ उसके साथ मारपीट की जा रही है उसे खाना तक नही दिया जा रहा है, वह बहुत मुश्किल से फोन कर पाया है।

अर्जुन ने यह भी कहा की कभी भी किसी भी समय वो लोग उसको जान से मार सकते हैं, अर्जुन ने उस दौरान कुछ युवकों के नाम भी बताए जिन युवकों ने उसको मैथन के उस गाँव मे कैद कर के रखा था और उसके साथ मारपीट कर रहे थे, जिसके बाद अर्जुन का फोन कॉल कट गया जो दोबारा नही लगा, अचानक से फोन कॉल कटने से ऐसा प्रतीत होता है की जब अर्जुन फोन पर जब सबकुछ बता रहा था तभी मौके पर वह युवक पहुँच गए, जिसके बाद पकड़े जाने के डर से उन युवकों ने अर्जुन की इतनी पिटाई की के अर्जुन की मौत हो गई सबुत को छिपाने के लिये उन युवकों ने आनन -फानन मे अर्जुन की लाश को चिरकुण्डा थाना अंतर्गत नुतून ग्राम स्थित घने जंगलों मे यह सोचकर फेंक दिया की उस जंगल मे कोई आता जाता नही है अर्जुन की लाश को या तो जंगली जानवर खा जायेंगे या फिर उसकी लाश सड़ गलकर पूरी तरह ख़त्म हो जाएगी, पर किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था अपराध कहाँ छिपने वाला था

अर्जुन से 23 तारीख को फोन कॉल पर उसके परिजनों से हुई बातचीत की ऑडियो अर्जुन के परिजनों ने बराकर पुलिस को दे दी, जिसके बाद उस ऑडियो के आधार पर पुलिस ने अर्जुन के द्वारा बताए गए उस नाम के चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया जिसमे से दो युवक अर्जुन के पड़ोसी हैं तो दो झारखंड के मैथन इलाके के रहने वाले हैं, पुलिस द्वारा शख्ती से पूछताछ के बाद अर्जुन का पड़ोसी युवक साहिद कुरैसी ने अर्जुन की हत्या की पूरी कहानी बताई जो काफी चौँकाने वाली थी

, साहिद ने बताया की मुगमा की रहने वाली एक युवती से वह प्यार करता था जिससे अर्जुन भी प्यार करता था दोनों के बीच उस लड़की को लेकर कई बार कहा सुनी भी हुई, जिसके बाद अर्जुन और साहिद दोनों दोस्तों के बीच बातें भी कम हो गई, पर दोनों छिप -छिपाकर उस युवती को देखने उससे मिलने किसी न किसी बहाने मुगमा जरूर जाते, अर्जुन कम उम्र का तो था पर गाय के व्यपार मे वह कुछ इस कदर बाकी के बड़े से बड़े व्यपारियों को मात देता था की उसकी उस कला के हर कोई कायल था वह बहोत ही कम समय और कम उम्र मे मे लाखों का मालिक था उसके पॉकेट मे एनी टाईम एक लाख से दो लाख रुपए रहते थे, वह झारखंड से कोलकाता तक गाय के कारोबार मे अच्छे -अच्छे कारोबारियों पर भारी पड़ता था, ऐसे मे अर्जुन की हुई हत्या के पीछे वह लड़की है या फिर उसका कारोबार की अर्जुन अपने ही दोस्तों के बिछाए गए जाल मे कुछ इस कदर फंस गया की उन दोस्तों ने उसकी बेरहमी से जान ले ली फिलहाल पुलिस इस पुरे मामले की जाँच मे जुट गई है और मामले से जुड़े तमाम अपराधियों को धर दबोचने की तैयारी मे है‌।

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