ASANSOL

KNU में TMCP ने वीसी समेत अधिकारियों को बनाया बंधक

बंगाल मिरर, आसनसोल: आसनसोल के काजी नजरूल विश्वविद्यालय में तृणमूल छात्र परिषद के बैनर तले आज विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर का बंधक बनाकर घेराव किया । शाम तक घेराव जारी था। इनका कहना है कि जब राज्य सरकार द्वारा एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग की अनुमति नहीं दी गई थी तब आज वह मीटिंग क्यों की गई छात्रों का कहना है कि वाइस चांसलर की तरफ से यह आश्वासन दिया गया था कि आज एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग नहीं होगी उसके बाद भी बंद कमरे में एग्जीक्यूटिव काउंसिल के कुछ सदस्यों को ऑनलाइन लेकर और कुछ को कमरे में बैठा कर अंदर से कमरा बंद करके एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक हुई ।

इसी के खिलाफ आज तृणमूल छात्र परिषद द्वारा वॉइस चांसलर का घेराव किया गया इस बारे में तृणमूल छात्र परिषद के पश्चिम वर्धमान जिला अध्यक्ष अभिनव मुखर्जी ने कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग की अनुमति नहीं दी गई थी तब बंद कमरे में यह मीटिंग क्यों की गई उन्होंने कहा कि एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में छात्रों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा क्यों नहीं की गई किस एजेंडे पर यह बैठक हुई उस एजेंडे को सामने लाना होगा उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में विभिन्न कोर्स के लिए बहुत ज्यादा फीस ली जा रही है जिससे छात्रों पर दबाव पड़ता है लेकिन इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की जा रही है इनका कहना है कि एग्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग में छात्रों के हितों के बारे में चर्चा होनी चाहिए लेकिन किस एजेंडे पर चर्चा हो रही है इसका खुलासा नहीं किए जाने पर वॉइस चांसलर का घेराव किया गया

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा इस मीटिंग की अनुमति नहीं दी गई थी तब बंद कमरे में इस मीटिंग को करने के पीछे क्या वजह है वही आसनसोल ब्लॉक तृणमूल छात्र परिषद अध्यक्ष शिलादित्य राय ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से काजी नजरूल विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को लिखित में यह कहा गया था कि राज्य सरकार के बिना अनुमति के एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक नहीं की जाए इसके बावजूद आज बंद कमरे में एक्जीक्यूटिव काउंसिल की मीटिंग की जा रही है उन्होंने सवाल किया कि इसके पीछे क्या वजह है कि सरकार की अनुमति के बिना ही यह मीटिंग की जा रही है उन्होंने भी कहा कि इस विश्वविद्यालय में कई कोर्स में फीस अन्य विश्वविद्यालय के मुकाबले चार गुना ज्यादा लिया जाता है लेकिन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को उस तरह की सुविधा नहीं दी जाती जो उनको मिलनी चाहिए इनका कहना है कि जो फीस लिया जाता है वह पैसा कहां जाता है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब राज्य सरकार द्वारा इस बैठक की अनुमति प्रदान नहीं की गई थी तो आज बंद कमरे में इस बैठक को करने की क्या वजह है उन्होंने कहा कि ऐसे ही कुछ सवाल हैं जिन सवालों का जवाब तृणमूल छात्र परिषद वाइस चांसलर से चाहता है और जब तक इन सवालों का जवाब उनका नहीं मिलेगा तब तक वॉइस चांसलर का घेराव जारी रहेगा दूसरी तरफ जब हमने इस बारे में काजी नजरूल विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर देवाशीष बनर्जी से बात की तो उनका कहना था कि प्रदर्शन करने वाले काजी नजरूल विश्वविद्यालय के बाहर के छात्र हैं इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज की बैठक को करके उन्होंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है उनको विश्वविद्यालय के कुलपति से अनुमति मिल चुकी है और इसके बाद ही वह आज की बैठक कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आज की बैठक में एक्जीक्यूटिव काउंसिल के कई सदस्य शामिल हुए और बैठक को शुरू करके वह अपने अन्य कार्यों के लिए चले गए उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों की बातों उनके नारेबाजी और विश्वविद्यालय के गेट पर तृणमूल कांग्रेस का झंडा देखकर उनको प्रतीत होता है कि प्रदर्शनकारी तृणमूल छात्र परिषद से जुड़े हुए हैं लेकिन उनको नहीं पता कि वह यह प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं क्योंकि जो भी कार्य  विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है वह विश्वविद्यालय के छात्रों के हित में किया जा रहा है उन्होंने कहा कि उनका घेराव करके रखा गया है उनके सामने कोई चारा नहीं है अगर उनको घेराव करके रखा जाएगा तो वह पूरी रात विश्वविद्यालय में ही रहेंगे

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