NIT DURGAPUR में छात्र की मौत पर बवाल, डायरेक्टर ने कहा जबरन इस्तीफा पत्र पर कराया गया हस्ताक्षर
बंगाल मिरर, दुर्गापुर: NIT DURGAPUR में छात्र की मौत पर बवाल, डायरेक्टर का इस्तीफा ? कहा जबरन लिखवाया।दुर्गापुर एनआईटी के निदेशक अरविंद चौबे के इस्तीफा को लेकर विवाद शुरू हो गया है। निदेशक ने दावा किया है कि छात्रों ने उनसे जबरन इस्तीफा लिखवाया वही कार्यालय से खुद स्टैंप लगाकर इसे शिक्षा मंत्रालय को भेजा गया है उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।
शिक्षा मंत्रालय को भेजे गये त्यागपत्र में लिखा था कि यहां बुनियादी चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध नहीं है उल्लेखनीय है कि आई कार्ड नहीं ले जाने के कारण दुर्गापुर एनआईटी के मैकेनिकल के द्वितीय वर्ष के छात्र अर्पण घोष को परीक्षा में शामिल होने नहीं दिया गया था जिसके बाद उसने हॉस्टल में आकर आत्महत्या कर ली थी । इसके बाद छात्र आंदोलन पर उतर आए थे उनका कहना था कि जब अर्पण को कमरे से निकाला गया तब उसकी सांसे चल रही थी लेकिन एंबुलेंस एवं ऑक्सीजन नहीं होने के कारण उसे बचाया नहीं जा सका विद्यार्थियों ने प्रबंधन पर नियमों में लालफीताशाही एवं विभिन्न लापरवाही का आरोप लगाया था जिसके बाद डायरेक्टर ने इस्तीफा दे दिया।
बाद में निदेशक प्रोफेसर अरविंद चौबे ने आरोप को गलत बताते हुए कहा कि मेडिकल यूनिट में इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई छात्रा को लेकर वह लोग मेडिकल यूनिट गए ही नहीं 100 को एंबुलेंस से उतर कर निर्देश अस्पताल ले गए थे एंबुलेंस में ऑक्सीजन न होने की बात भी गलत है क्योंकि दो माह पहले ही आईसीयू वाला एम्बुलेंस लिया गया है उसका चालक भी प्रशिक्षित है उन्होंने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी दोपहर 12:30 बजे मिली तब से शाम 5:00 बजे तक अस्पताल में ही थे। उसके बाद विद्यार्थियों ने कैंपस में जाकर उनके साथ दुर्व्यवहार किया उनके चेंबर का दरवाजा तोड़कर स्टांप निकाला और खुद ही इस्तीफा पत्र लिखकर उन्हें दबाव देकर जबरन हस्ताक्षर करवाया ।मंत्रालय का निर्देश आते ही मामले को लेकर जांच कमेटी बनाई जाएगी।