Mamata Banerjee : वक्फ हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार, जगन्नाथ धाम से इतनी जलन क्यों?
बंगाल मिरर, मुर्शिदाबाद : ( West Bengal News ) मुर्शिदाबाद दौरे पर पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ( CM Mamata Banerjee ) ने वक्फ हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया और दावा किया कि उनके पास इसके सबूत हैं, जिन्हें वे जल्द सार्वजनिक करेंगी। उन्होंने हिंदू धार्मिक नेताओं को “गृहशत्रु” करार दिया और बीजेपी पर पीड़ित परिवारों को छिपाने का आरोप लगाया। ममता ने बीजेपी शासित राज्यों में बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर अत्याचार की निंदा की और दीघा के जगन्नाथ मंदिर विवाद पर बीजेपी को जवाब दिया। उन्होंने पीड़ितों को मुआवजा देने का वादा किया।




पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मुर्शिदाबाद का दौरा किया और वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ अप्रैल में हुई हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि यह हिंसा सुनियोजित थी और इसके पीछे बीजेपी का हाथ है। ममता ने कहा कि उनके पास इस हिंसा के सबूत हैं, जिन्हें वे जल्द ही मीडिया के सामने पेश करेंगी। साथ ही, उन्होंने बिना नाम लिए हिंदू धार्मिक स्थानों के प्रबंधकों पर निशाना साधते हुए उन्हें “गृहशत्रु” करार दिया।
ममता ने बहरमपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “मैं जाफराबाद में मारे गए हरगोबिंद दास और चंदन दास के परिवारों से मिलने गई थी, लेकिन उनकी पत्नियां इलाके से गायब हैं। बीजेपी ने उन्हें हटा लिया है। यह छिपाने की कोशिश क्यों? यह लुको-छिपी क्यों?” उन्होंने बीजेपी पर सांप्रदायिक अशांति फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “जो लोग दंगे कराते हैं, हम उन्हें दोस्त नहीं मानते। मुर्शिदाबाद का इतिहास रहा है, यह बंगाल की राजधानी थी।”
मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए कुछ हिंदू धार्मिक नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, “कुछ लोग धार्मिक नेता बनकर चिल्लाते हैं और राजनीतिक फायदा उठाते हैं। ये गृहशत्रु हैं। मैं सभी को मित्र मानती हूं, लेकिन दंगाइयों को नहीं। मुर्शिदाबाद में क्या हुआ, मेरे पास इसके सबूत हैं। जल्द ही और सबूत मिलेंगे, फिर सबको सामने लाऊंगी।”
ममता ने बीजेपी शासित राज्यों में बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, “ओडिशा, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र में बंगाली बोलने के कारण हमारे श्रमिकों पर हमले हो रहे हैं। मैंने गृह सचिव को संबंधित सरकारों से बात करने को कहा है। बंगाल में 1.5 करोड़ प्रवासी श्रमिक विभिन्न राज्यों और धर्मों से हैं। हम उनकी सुरक्षा करते हैं, लेकिन आप अत्याचार करते हैं। यही हममें और आपमें फर्क है।” उन्होंने चेतावनी दी कि हिंसा का तास किसी के हाथ में न उठाया जाए।
दीघा के जगन्नाथ मंदिर विवाद पर भी ममता ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “कालीघाट, दक्षिणेश्वर, काली पूजा, दुर्गा पूजा पर सवाल नहीं उठता, लेकिन जगन्नाथ धाम से इतनी जलन क्यों? बीजेपी कह रही है कि मैंने नीम का लकड़ा चुराया। मेरे घर में चार नीम के पेड़ हैं, कितने चाहिए, पूछ लो। चोर की मां की बड़ी आवाज।” उन्होंने मंदिर की मूर्ति पर उठे सवालों का जवाब देते हुए कहा, “हमारी मूर्ति मार्बल की थी। बीजेपी और आरएसएस को मेरे पुरी जाने पर भी आपत्ति थी। जगन्नाथ धाम से इतनी जलन क्यों?”
ममता ने ओडिशा सरकार को भी जवाब दिया, “जब आपका आलू खत्म होता है, बंगाल सप्लाई करता है। साइक्लोन में आपका सब कुछ टूट जाता है, तब भी हम इंजीनियर भेजते हैं। बंगाल के पर्यटक सबसे ज्यादा पुरी के रथ यात्रा में जाते हैं। फिर दीघा में जगन्नाथ धाम बनाने से क्या आपत्ति?” उन्होंने कहा कि बंगाल और ओडिशा दोनों को अच्छा रहना चाहिए।
इस दौरे के दौरान ममता ने कई सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया और पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपये के मुआवजे के चेक सौंपने का वादा किया। हालांकि, बीजेपी की ओर से इस पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। मुर्शिदाबाद हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी और 280 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए थे।