PURULIA-BANKURAराजनीति

आदिवासियों की भावनाओं से खेल रही भाजपा

बंगाल मिरर, विकास प्रसाद, पुरुलिया 18 जुलाई : – पुरुलिया जिले सहित पूरे राज्य में बीते दिनों पुरुलिया के मान बाजार में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी कान्हू मुर्मू की मूर्ति तोड़े जाने को लेकर उतेजना व्याप्त थी और अब इसे लेकर पुरुलिया जिले में राजनीतिक हलचल भी शुरू हो गई है।उल्लेखनीय है कि आदिवासी शहीद की मान बाजार के एक स्कूल परिसर में स्थापित कान्हू मुर्मू की मूर्ति तोड़े जाने के विरोध में तृणमूल आदिवासी संगठन ने 4 जुलाई को मानबाजार में एक जुलूस का आयोजन किया था। इसके माध्यम से घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए मनबाजार थाने में ज्ञापन भी सौंपा था।

बाद में, मानबाजार पुलिस ने इस घटना के आरोपी स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता बैद्यनाथ मांडी को गिरफ्तार किया था। इसके विरोध में बाद में मंगलवार 15 जुलाई को भाजपा पुरुलिया जिला अध्यक्ष विद्यासागर चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक विरोध जुलूस मानबाजार अनुमंडल शहर में आयोजित किया गया था।
जुलूस के दौरान, पुरुलिया भाजपा जिला अध्यक्ष विद्यासागर चक्रवर्ती ने कहा, “तृणमूल अन्यायपूर्ण रूप से हमारी पार्टी के लोगों को दोषी ठहरा रही है, जिसे हम किसी भी तरह से स्वीकार नहीं करते हैं। इसलिए इस जुलूस का आयोजन किया गया है।

जानकारी के अनुसार बीते 15 जुलाई को भाजपा द्वारा आयोजित जुलूस के विरोध में शनिवार को मानबाजार अनुमंडल शहर में तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व में एक विरोध जुलूस का आयोजन किया गया। जुलूस के दौरान, अनग्रसर श्रेणी कल्याण राज्य मंत्री संध्यारानी टुडू ने कहा, “आरोपी भाजपा मूर्ति के विध्वंस के लिए जिम्मेदार है, बल्कि पूरी भाजपा पार्टी ही इसके लिए ज़िम्मेदार है।”
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने खुद कहा था कि वे सभी मुद्दों पर राजनीति करेंगे और इसीलिए वे आदिवासी समुदाय के इस भावना के साथ खेल रहे हैं। उनकी राजनीति नहीं चलेगी।
इस जुलूस के दौरान, पुरुलिया जिला परिषद के सभाधिपति सुजॉय बनर्जी ने कहा, “जिस तरह से भाजपा, शहीद कान्हू मुर्मू की मूर्ति को तोड़कर राजनीति करना चाहती है, उसी के विरोध में यह जुलूस निकाला गया है।”

Leave a Reply