कथाकार सृंजय को किया सम्मानित
बंगाल मिरर, आसनसोल :कामरेड का कोट,नंगा, भगदत्त का हाथी, तख्त -ताब जैसी चर्चित कहानी के लेखक कथाकार सृंजय जी BSNL के ‘सहायक निदशेक राजभाषा’ के पद से आज मुक्त हुए हैं। उनकी इस मुक्ति के सुख में सहभागी बनने के लिए आसनसोल के हिन्दी -लेखक, प्राध्यापक संसकृति कर्मी आज उनके आवास पर पहुंचे जिनमें प्रमुख रूप से कथाकार शिवकुमार यादव , कवि निशांत , डाॅ कृष्ण , डाॅ. ऋषि कुमार , मनोज कुमार यादव ,मुकेश झा आदि शामिल थे।
कथाकार सृंजय ने इन आत्मीय साथियों के आगमन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि -‘जिस तरह 15 अगस्त 1947 को आम जनमानस ने स्वतंत्रता की अनुभूति की होगी आज वैसी ही अनुभूति मुझे हो रही है।’
उनके आवास पर पहुंचे हुए सभी साथियों ने सृंजय जी को शाल , बुके , नारियल, मिष्ठान्न आदि से सम्मानित करते हुए उनके आगामी जीवन के सुखी स्वस्थ व समृद्ध होने की कामना की।
उनसे अपने रुके हुए लेखन को एक बार फिर से गति देने की सदइच्छा व्यक्त की।