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चित्तरंजन का नटवरलाल मुन्ना, फर्जी रिपोर्टर, पुलिस, मजिस्ट्रेट बनकर, नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का आरोप, श्मशान के डोम से बना लाखों का मालिक

बंगाल मिरर, काजल मित्रा:- चित्तरंजन का नटवरलाल मुन्ना डोम उर्फ ​​एमके सिंह। वह खुद को कभी रिपोर्टर, कभी पुलिस, कभी मजिस्ट्रेट, कभी मानवाधिकार कार्यकर्ता बताता था। उस पर  लोगों को नौकरी देने के नाम पर ठगी का आरोप भी है। वह फर्जी सिम कार्ड, फर्जी प्रेस कार्ड, फर्जी पुलिस पहचान पत्र, फर्जी मानवाधिकार परिचय पत्र का इस्तेमाल कर था। चित्तरंजन के नटवरलाल को  झारखंड पुलिस ने  गिरफ्तार किया था। अब  चित्तरंजन थाने की पुलिस ने आरोपी को दुमका कोर्ट से 7 दिन के रिमांड पर लिया हैचित्तरंजन पुलिस थाना क्षेत्र में विभिन्न साइकिलों की चोरी व सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने को लेकर लोगों से पूछताछ कर रही है.

file photo munna


  मुन्ना डोम करीब सात साल से चित्तरंजन के बेस रोड इलाके में रह रहा है और चित्तरंजन और मिहिजाम के लोगों को ठग रहा है. जिसके बाद परिवार मिहिजाम हांसीपहाड़ी इलाके में रहने लगा। वह चितरंजन सम्मान घाट पर अंतिम संस्कार समारोह के दौरान लंबे समय तक डोम का काम किया था।  इस बीच, उसने फर्जी पहचान बनाकर खुद को बचाने के लिए एक परिचय पत्र का इस्तेमाल किया और पुलिस और आरपीएफ जवानों से पैसे भी वसूलता रहा।आखिरकार, उसने  नौकरी के ठगी वाले गिरोह वालों के एक समूह के साथ हाथ मिलाया और लगभग 7 लाख रुपये ठग लिए। कई लोगों को नौकरी देने के नाम पर फर्जी सीबीआई अधिकारी होने का दिखावा करता था और अपना सामान लेकर दुकान से भाग जाता था। ठगी से वह लाखों का मालिक बन बैठा और विलासिता का जीवन जी रहा था।


लेकिन यह आलीशान जिंदगी लंबे समय तक नहीं चली, उसको 31 मई 2021 को ग्रामीणों ने पकड़कर दुमकर मसलिया थाने में पुलिस के हवाले कर दिया. उस गांव में मुन्ना डोम ने अपनी पत्नी की स्कूटी पर पुलिस का लोगो लगा दिया और फर्जी मजिस्ट्रेट बनकर लोगों को ठगने लगा।  मुन्ना की गतिविधियों पर कुछ समय के लिए ग्रामीणों को शक हुआ और जब उन पर शक हुआ तो ग्रामीणों ने पहले मुन्ना को पकड़कर गांव में बांध दिया और फिर पुलिस को सूचना दी.जांच के दौरान पुलिस ने उसके पास से कई फर्जी पहचान पत्र बरामद किए. मुन्ना सहित सीबीआई, पुलिस और प्रेस। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.इस घटना के बाद चित्तरंजन पुलिस भी मुन्ना की तलाश में मसालिया पहुंची और जांच की, जिसके बाद मुन्ना को दुमका कोर्ट से रिमांड पर लिया गया. चितरंजन के सिमजुरी रोड निवासी  प्रिया कुमारी आसनसोल ने मुन्ना डोम के खिलाफ सीजीएम कोर्ट में 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने घटना में मुन्ना को रिमांड पर लिया है.


अमलादही बाजार में हरजीत सिंह की मोबाइल की दुकान से 25 हजार रुपये का मोबाइल फोन खरीदकर फर्जी चेक बाउंस का मामला दर्ज किया गया है.चितरंजन अरसाइड निवासी शालिनी शर्मा पर भी रेलवे के नाम पर 10 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है. काम। इसके अलावा वह मिहिजाम, मुंगर, जम्मू और धनबाद से भी एक से ज्यादा लोगों को ठग चुका है.चित्तरंजन पुलिस अधिकारी अतींद्र नाथ ने कहा कि मुन्ना से पूछताछ की जा रही है, वह कई मामलों में शामिल था, उससे पूछताछ से कुछ मामले सुलझ सकते हैं।

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