ASANSOLKULTI-BARAKAR

स्वः प्रो . विनय कुमार को पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि

बंगाल मिरर, साबिर अली, कुल्टी: कोयला मजदूर कांग्रेस , कोयला श्रमिक सभा सिंगरौली , नागपुर एवं अनेकों श्रम संगठनों के संस्थापक , समाजवादी विचारक चिंतक , समाजवादी युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष , युवा जनता के राष्ट्रीय अध्यक्ष , लोकदल के राष्ट्रीय महामंत्री एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता रहे स्वः प्रो . विनय कुमार जी का दिनाँक 15 अक्टूबर 1991 को स्वर्गवास हो गया था । उनकी पुण्य स्मृति में स्मृति सभा का आयोजन किया गया । स्मृति सभा की अध्यक्षता . राजेश्वर तिवारी ने की ।

स्मृति सभा में के एम सी के अध्यक्ष एवं सी.एम.पी.एफ ट्रस्टी बोर्ड के सदस्य श्री राकेश कुमार ने जानकारी दी कि स्वः प्रो विनय कुमार जी बचपन से ही मेधावी थे । उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी एवम अंग्रेजी में एम ए किया था , जिसमे वे प्रथम श्रेणी प्रथम आए थे । तत्पश्चात दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन का कार्य किया । डा . राम मनोहर लोहिया जी के संपर्क में आने के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और समाजवादी आंदोलन में शामिल हो गए । देशभर के नौजवानों को समाजवादी आंदोलन में जोड़ने का काम समाजवादी युवजन सभा के एवम युवा जनता के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर किया ।

1969-1972 के दौरान श्रमिकों के ऊपर हो रहे अत्याचार के विरोध मे स्व . राजनारायण जी के साथ आसनसोल में कुछ दिनों के लिए आए परंतु श्रमिकों की हालत देखकर राजनारायण जी की प्रेरणा से देशभर के श्रमिकों को संगठित करने के काम में लग गए एवं जीवन पर्यंत कोयला श्रमिकों एवं अन्य उद्योगों के श्रमिकों एवं असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए काम करते रहे । स्व . जय प्रकाश नारायण जी के संपूर्ण क्रांति के आंदोलन में भी उन्होंने अग्रणी भूमिका निभाई । इमरजेंसी में 19 माह जेल में रहे । तीसरे वेतन समझौते में उन्होंने कई नए भत्तों को पास कराया एवम 60 वर्ष तक काम करने के बाद श्रमिक को अपने एक आश्रित को नौकरी देने का प्रस्ताव पास कराया जो एनसीडब्ल्यू 3 में धारा 9.4.4 के रूप में जोड़ा गया परंतु राजनैतिक वजहों से इस धारा को प्रबंधन ने लागू नहीं किया जिसके लिए स्व . प्रो विनय कुमार जीवन भर लड़ते रहे ।

आज प्रबंधन मृत श्रमिकों के आश्रितों को भी नौकरी देने में स्वः प्रो . विनय कुमार जीआनाकानी कर रहा है । गम्भीर बीमारियों से पीड़ित एवं काम करने में असमर्थ श्रमिकों को मेडिकल बोर्ड में नहीं भेजा जा रहा है और उनके आश्रितों को नौकरी नहीं दी जा रही है । आश्रितों को नौकरी देने के मामले में श्रमिक संगठनों के दबाव से प्रबंधन अभी भी नौकरी दे रहा है परंतु आश्रितों की नौकरी से सम्बंधित फाइलों के निपटारा में अत्यधिक विलम्ब किया जा रहा है , अनेकों तरह के कागजात मांगे जा रहे हैं और जानबूझ कर विलम्ब किया जा रहा है । प्रबंधन श्रमिकों के दुख तकलीफ को नही देख रहा है । श्रमिकों के प्रमोशन रेगुलराइजेशन के मामले लम्बित है , सेंसिटिव पोस्ट के नाम पर मनमाने ढंग से ट्रांसफर किए जा रहे हैं जिस से श्रमिकों को परेशानी हो रही है । नए नए कानून एवं दिशा निर्देश बिना श्रमिक संगठनों से सलाह लिए जारी किए जा रहे हैं । आवासों की मरम्मत नहीं की जा रही है , पीने के लिए फ़िल्टर पानी की ब्यवस्था नहीं है जिससे श्रमिकों एवं उनके परिवार जनों को स्वास्थ्य खराब होने का खतरा बना रहता है ।

कोयला चोरी से लेकर सरकारी संपत्ति की चोरी कमीशन खोरी शबाब पर है जिस पर प्रबंधन का ध्यान नहीं है । स्थानांतरण की कोई पॉलिसी नहीं है । कोर्ट कैसेस को सेटल करने के लिए भी कोई पहल नहीं हो रही है । कम्पनी का करोड़ों रुपये वकीलों को फीस देने में बर्बाद किया जा रहा है जबकि प्रबन्धन अगर चाहे तो आपसी बातचीत के द्वारा अधिकांश मामलों को हल किया जा सकता है । श्रमिकों ने कोरोना महामारी से लड़कर उत्पादन किया है , अतएव प्रबंधन को श्रमिकों की उचित मांगों को समय से हल करना चाहिए , साथ ही कार्य स्थल पर मास्क सेनेटाइजर गमछा एवं अन्य सुबिधायें भी उपलब्ध कराते रहना चाहिये । आज स्व . प्रो . विनय कुमार जैसे जुझारू एवं संघर्षशील नेता की आवश्यकता महसूस की जा रही है । कोयला श्रमिक सभा एवम कोयला मजदूर कांग्रेस आज भी स्व प्रो विनय कुमार जी के बताए रास्ते पर चलते हुए श्रमिकों की समस्याओं को हल कराने के लिए प्रयत्नशील है ।

स्व . प्रो . विनय कुमार जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं उन्हें संगठन की और से स्मरण करते हुए उनके विचारों एवं आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए यूनियन के सभी कार्यकर्ता शपथ लेते हैं । स्मरण सभा को सर्व श्री राकेश कुमार , शांतिभूषण यादव , कुलदीप महतो बोधनारायन सिंह , बिनोद सिंह , राजेश्वर तिवारी , राजबली पासवान , तेजनारायण , सुनील पासवान सुरेश राम , के आर पाण्डेय रामाशीष शर्मा , काशीनाथ पण्डित ने सम्बोधित किया ।

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