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नए कोरोना वेरिएंट को लेकर प्रभावित देशों पर यात्रा प्रतिबंध, WHO ने नाम दिया ”ओमिक्रॉन”, पीएम मोदी ने की अहम बैठक

बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता :कोरोना वायरस के नए रूप को देखते हुए कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका पर यात्रा प्रतिबंध लगा दिए हैं। दरअसल वायरस के नए प्रकार B.1.1.529 का पता सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में लगा है। इसी कारण विभिन्न देशों ने यह फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अब तक बोत्सवाना, बेल्जियम, इस्राइल और हॉन्गकॉन्ग में भी इसके संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।

WHO ने ”ओमिक्रॉन” नाम दिया

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने डेल्टा वायरस की तरह अधिक संक्रामक इस नए कोरोना वायरस को ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया है। इसे देखते हुए यूरोपीय संघ के अलावा अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, इस्राइल, जापान, केन्या, सिंगापुर में दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। अमेरिका ने सोमवार से 7 अन्य देशों पर भी यात्रा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।

देश में लगाए गए 121.06 करोड़ से ज्यादा टीके

वहीं कोरोना के खिलाफ जंग में कारगर टीकाकरण अभियान के तहत देश ने अब 121 करोड़, 06 लाख टीके लगाने का आंकड़ा पार कर लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शनिवार सुबह तक राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को 134 करोड़ टीके की खुराक नि:शुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी है। राज्यों के पास अभी भी 22 करोड़, 16 लाख टीके की खुराक मौजूद है।

डेल्टा से संक्रमित हुए लोगों को नए वेरियंट का खतरा कम -डॉ. संजय राय

जहां विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के नए वेरियंट का नामकरण करते हुए इसे चिंता का विषय बताया है वहीं इस बीच अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. संजय राय ने कहा देश में अभी लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन सतर्क जरूर रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि शुरुआती अध्ययन से पता चलता है कि यह वायरस डेल्टा वेरियंट से संक्रमित हुए लोगों पर कम असर कर सकता है। दिल्ली में तकरीबन 90 प्रतिशत लोग डेल्टा वेरियंट से संक्रमित हो चुके हैं। इसलिए लोगों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। उनके शरीर में वायरस से लड़ने वाले एंटीबॉडीज हैं।

वैक्सीन से पैदा हुई प्रतिरोधक क्षमता को बायपास करने के सवाल पर डॉ. राय ने कहा कि ओमिक्रोन वैक्सीन से पैदा हुई प्रतिरोधक क्षमता को बायपास करता दिखाई दे रहा है। यह एक चिंता का विषय है, क्योंकि इससे वैक्सीन बेअसर हो सकती है। एक तरह से कहा जाय तो दुनिया के सामने एक नए वायरस से निपटने की चुनौती सामने होंगी। पर अभी इतनी जल्दी कुछ भी निष्कर्ष निकालना सही नहीं कहा जा सकता। अभी इस वायरस के प्रसार की निगरानी की जा रही है और इसके प्रभाव के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

संक्रमितों की संख्या में थोड़ी कमी, 24 घंटे में 08 हजार नए मरीज

वहीं देश में कोरोना के नए मामलों में थोड़ी कमी दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटों में देशभर में कुल 08 हजार, 318 नए मरीज सामने आए हैं। इस दौरान पूरे देश में कोरोना से 465 लोगों की मौत हुई है। वहीं, कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 10 हजार, 967 दर्ज की गई।

पूरे देश में केरल में अब भी सबसे अधिक कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं। शनिवार सुबह तक केरल में पिछले 24 घंटों में वहां चार हजार, 677 नए मरीज मिले हैं। इस दौरान इस राज्य में कोरोना से कुल 388 मौत दर्ज की गई है। इनमें पिछले 24 घंटों में 33 मरीजों की मौत हुई है जबकि पहले हुई 355 मौत की पुष्टि कोरोना से होने के कारण इन्हें भी ताजा आंकड़ों में जोड़ा गया है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शनिवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में पूरे देश में कोरोना की संक्रमण दर 0.86 प्रतिशत रही। पिछले 54 दिनों से संक्रमण दर दो प्रतिशत से नीचे बना हुआ है। इस समय देश में एक लाख, 07 हजार, 19 एक्टिव मामले हैं। कोरोना से अबतक तीन करोड़, 39 लाख, 88 हजार, 797 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना का रिकवरी रेट 98.34 प्रतिशत है।

पिछले 24 घंटों में 09.69 लाख से अधिक टेस्ट किए गए हैं। आईसीएमआर के मुताबिक अबतक कुल 63 करोड़, 82 लाख टेस्ट किए जा चुके हैं। देशभर में 121 करोड़, 06 लाख कोरोना रोधी वैक्सीन दी जा चुकी है।

नए कोरोना वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ पर पीएम मोदी ने की अहम बैठक, केन्‍द्र व राज्‍य सरकारों के उच्चाधिकारी हुए शामिल


पीएम मोदी ने देश में कोविड की स्थिति और टीकाकरण के बारे में शनिवार को नई दिल्ली में वर्चुअल माध्‍यम से केन्‍द्र तथा राज्‍य सरकारों के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पीएम कैबिनेट सचिव सहित अन्य आला अफसर भी मौजूद रहे।

बैठक में पीएम कैबिनेट सचिव सहित अन्य आला अफसर रहे मौजूद

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा, केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉक्टर वी. के. पॉल बैठक में भाग लिया। यह बैठक इस्राइल, बोत्सवाना और हॉन्गकॉन्ग में कोरोना के नए स्ट्रेन ओमिक्रॉन के मामलों की रिपोर्ट और 15 दिसम्बर से पूरी क्षमता के साथ अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों के लिए सरकार की मंजूरी को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई।

बैठक के दौरान पीएम मोदी को टीकाकरण में प्रगति और ‘हर घर दस्तक’ अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों से भी अवगत कराया गया। पीएम ने निर्देश दिया कि दूसरी खुराक का दायरा बढ़ाने की जरूरत है और राज्यों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि जिन लोगों को पहली खुराक मिली है उन्हें दूसरी खुराक समय पर दी जाए। पीएम को समय-समय पर देश में सीरो-पॉजिटिविटी और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में इसके प्रभाव के बारे में भी जानकारी दी गई। साथ ही पीएम मोदी ने उभरते नए हालातों के मद्देनजर अधिकारियों से अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में दी गई ढील की योजना की फिर से समीक्षा करने को कहा है।

भारत में अभी तक नए वेरिएंट का कोई मामला नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार कोरोना का नए संस्करण डेल्टा से भी अधिक संक्रामक हो सकता है। हालांकि भारत में अभी तक नए वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। यह अब तक दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग, बोत्सवाना, इजराइल और बेल्जियम में पाया गया है।

दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आया कोविड का नया वेरिएंट

कोविड के इस नए वेरिएंट का पता पहली बार दक्षिण अफ्रीका में चला है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक भारत ने उन देशों की एक सूची तैयार की है, जहां के नागरिकों को भारत पहुंचने पर विभिन्‍न प्रक्रियाओं और जांच-पडताल से गुजरना होगा। इन देशों में इस्राइल, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्‍लादेश, बोत्‍सवाना, चीन, मॉरीशस, न्‍यूजीलैंड, जिम्‍बाब्‍वे, सिंगापुर और ब्रिटेन शामिल हैं।

केन्‍द्र ने सभी राज्‍यों व केन्‍द्रशासित प्रदेशों को नए वेरिएंट से किया था सतर्क

केन्‍द्र ने बृहस्‍पतिवार को सभी राज्‍यों और केन्‍द्रशासित प्रदेशों को इस नए वेरिएंट से सतर्क किया था। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के सचिव ने राज्‍यों और केन्‍द्र शासित प्रदेशों के अपर मुख्‍य सचिवों, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के प्रधान सचिवों और सचिवों को पत्र लिखकर बताया है कि तीन देशों में कोरोना के इस नये वेरिएंट का पता चला है। उनसे कहा गया है कि अंतर्राष्‍ट्रीय यात्रियों, विशेषकर दक्षिण अफ्रीका, हॉन्गकॉन्ग और बोत्‍सवाना से आने वाले यात्रियों की गहन स्‍क्रीनिंग और जांच की जानी चाहिए।

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