ASANSOL

Asansol के 3 स्कूलों में कल 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग का टीकाकरण

बंगाल मिरर, आसनसोल: (Asansol News Today) देश में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के किशोरों का कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण कल से शुरू होने जा रहा है आसनसोल में 3 स्कूलों में टीकाकरण की शुरुआत कल से हो रही है । आसनसोल नगर निगम इलाके के आसनसोल चेलीडांगा हाई स्कूल (उपेंद्रनाथ), कुल्टी गर्ल्स हाई स्कूल और जामुड़िया के बोरिंगडान्गा हाई स्कूल मैं वैक्सीनेशन होगा।


15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के पात्र लाभार्थी को-विन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इन लाभार्थियों के लिए  टीकाकरण केंद्र पर भी पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस महीने की 25 तारीख को राष्ट्र के नाम संबोधन में 15 से 18 वर्ष की आयु वर्ग के लिए 3 जनवरी से टीकाकरण शुरू करने की घोषणा की थी। अन्य बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए एहतियात के तौर पर टीके की तीसरी खुराक 10 जनवरी से शुरू की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने पात्र लाभार्थियों के लिए टीकाकरण में और तेजी लाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समन्वय बढ़ा दिया है।

केन्द्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 150 करोड़ 66 लाख से अधिक नि:शुल्क कोविडरोधी टीके उपलब्ध कराए हैं। करीब 16 करोड़ 94 लाख टीके अब भी इनके पास बचे हुए हैं। कोविन प्लेटफॉर्म के प्रमुख डॉ. आर. एस. शर्मा ने कहा कि कोविड वैक्सीन की पहली एहतियाती खुराक 60 वर्ष से अधिक उम्र के उन्हीं लोगों को लगाई जाएगी, जिन्हें दूसरी खुराक लिए हुए नौ महीने का समय हो गया होगा।

कोर्बेवैक्स और कोवोवैक्स वैक्सीन को मिली नियामक मंजूरी

देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (सीडीएससीओ) ने कोरोना की दो वैक्सीन कोर्बेवैक्स और कोवोवैक्स और एक दवाई मोलनुपिराविर के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दी है।केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है। उन्होंने इसके लिए सभी भारतवासियों को बधाई भी दी।

पहली स्वदेसी वैक्सीन

कोर्बेवैक्स वैक्सीन भारत का पहला स्वदेशी रूप से विकसित आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इसे हैदराबाद स्थित फर्म बायोलॉजिकल-ई द्वारा बनाया गया है। वहीं, नैनोपार्टिकल वैक्सीन कोवोवैक्स को पुणे स्थित फर्म सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने निर्मित किया है। एंटी-वायरल ड्रग मोलनुपिराविर अब देश में 13 कंपनियों द्वारा निर्मित की जाएगी।

भारत में 8 वैक्सीन

उल्लेखनीय है कि भारत में अभी तक कोरोना की आठ वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है। इसमें भारत की स्वदेशी निर्मित वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन भी शामिल हैं। भारत में सबसे ज्यादा कोविशील्ड की खुराकें लगाई गई हैं। इस दोनों वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी मंजूरी मिल चुकी है। इसके अलावा भारत में रूस की स्पुतनिक वी, स्पुतनिक लाइट, अमेरिका की फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन को भी आपात स्थिति के लिए इस्तेमाल अनुमति दी जा चुकी है। इसके अलावा जायडस कैडिला वैक्सीन की खुराक भी लोग ले रहे हैं।

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