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Purulia : पार्षद की हत्या के लिए 7 लाख  में सुपारी, हत्यारों की तलाश में पुलिस पहुंची रामगढ़ और गया 

बंगाल मिरर, पुरुलिया : पुरुलिया जिले में झालदा नगर पालिका के कांग्रेस पार्षद तपन कांदु की हत्या की जांच में पुलिस का  दावा है कि पारिवारिक विवाद  में सुपारी किलर से हत्या कराई गई। हत्या के लिए 7 लाख की सुपारी दी गई थी। वहीं जिला पुलिस का दावा है कि हत्याकांड की जांच के लिए गठित एसआईटी (विशेष जांच दल) ने हत्यारों की पहचान कर ली है। उन्हें पकड़ने लिए पुरुलिया जिला पुलिस की दो टीमें झारखंड व बिहार गईं हैं।जानकारी के मुताबिक एक टीम बिहार के गया पहुंच चुकी है। जबकि झारखंड के रामगढ़ में दूसरी टीम ने कदम रखा है। पुरुलिया पुलिस अधीक्षक एस. सेल्वामुरुगन ने कहा कि जांच 20 दिनों में समाप्त होने की उम्मीद है, लेकिन पुरुलिया जिला पुलिस को तब तक राहत नहीं है जब तक कि ‘सुपारी किलर नहीं मिल जाते। 

7 लाख  में सुपारी

ऐसे में बिहार, झारखंड में पुरुलिया जिला पुलिस की दो टीमें ‘सुपारी किलरों’ की तलाश में हैं। झारखंड के बोकारो जिले के जरीडी थाना क्षेत्र के गाईछाद गांव निवासी कलेबर सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस को दो ‘सुपारी किलर ‘ के नाम और पते मिले। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दोनो सुपारी किलर’ के अलावा 13 मार्च की दोपहर मोटरसाइकिल पर सवार तीन हत्यारों में अन्य कौन था।


गिरफ्तार कलेवर से पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि वे हत्याकांड को अंजाम देने के दौरान दूर से एक और मोटरसाइकिल देख रहे थे। ताकि ऑपरेशन के बाद हत्यारों को घटनास्थल से सुरक्षित दूरी पर भेजा जा सके। हालांकि, इस मामले में अभी भी कुछ लिंक गायब हैं। गिरफ्तार आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ करने के साथ-साथ लापता कड़ियों का आमने-सामने बिठाकर मिलान करने का काम चल रहा है।


घटना के सिलसिले में पुलिस अब तक कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। हत्या के दो दिन बाद ही 15 मार्च को सीट ने मृत कांग्रेस पार्षद के भतीजे और तृणमूल उम्मीदवार दीपक कांदु को गिरफ्तार कर लिया था। हत्या के 20 दिन बाद 1 अप्रैल को घटना के मास्टरमाइंड कलेवर सिंह को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर इस घटना पर लगभग विराम लगा दिया।


मुख्य साजिशकर्ता मृतक के बड़े भाई नरेन कांदु ने हत्या के लिये कभी बिहार में रहने वाले झालदा कुटीडी निवासी आसिक खान को पांच लाख रुपये दिए थे। दोनों अब पुलिस हिरासत में हैं। इन्हें शनिवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया था। सुपारी मिलने के बाद आशिक ने कलेवर से संपर्क किया।
कलेवर दूसरे राज्य के दो “सुपारी किलरों” के साथ ऑपरेशन की योजना को अंतिम रूप दिया। एसआईटी दो सुपारी किलर ” के नाम या पते और साथ ही उनकी तस्वीर या उपस्थिति पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहती है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सीआईडी ​​ने पुरुलिया जिला पुलिस को ‘सुपारी किलर’ का एक स्केच बना कर सौंपा है, जिसने मोटरसाइकिल पर करीब से गोली चलाई थी।
साफ है कि स्केच ‘सुपारी किलरों को खोजने में मदद कर रहा है। यह स्केच कलेबर को भी दिखाया गया है। इस बीच घटना के मुख्य साजिशकर्ता के मृतक के बडे भाई नरेन कांदु और उसके साथी आसिक खान को आज पुरुलिया कोर्ट ले जाया गया। 

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