KNU में आज राज्यपाल का दौरा ! आन्दोलन को लेकर हाईकोर्ट ने दिया है बड़ा फैसला

बंगाल मिरर, आसनसोल : कुलपति को हटाने की मांग को लेकर आसनसोल के काजी नजरूल विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों, कर्मचारियों और छात्रों के एक समूह द्वारा किए जा रहे आंदोलन को हाईकोर्ट से झटका लगा है। वहीं दूसरी ओर उनके आवेदन पर राज्यपाल सह कुलाधिपति सीवी आनंद बोस आज केएनयू के दौरे पर आ सकते हैं। इस आंदोलन के दौरान कई बार कुलपति साधन चक्रवर्ती ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन में घुसने की कोशिश की। लेकिन इस आंदोलनकारियों के विरोध के कारण वह प्रवेश नहीं कर पाए और बैरंग लौट गए। इसके बाद कुलपति साधन चक्रवर्ती ने आंदोलन में प्रवेश न कर पाने और विभिन्न प्रशासनिक गतिविधियों को लेकर कलकत्ता उच्च न्यायालय में इसके खिलाफ मामला दायर किया। कलकत्ता हाई कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुनाया और बुधवार को कहा कि विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के 50 मीटर के दायरे में कोई आंदोलन या धरना और प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है। कोर्ट ने निर्देश दिया कि विवि प्रवेश द्वारा 50 मीटर दूर धरना दिया जाए।

वहीं विश्वविद्यालय के किसी भी कर्मचारी या अधिकारी, विद्यार्थियों की आवाजाही को रोका या रोका नहीं जाएगा। अगर उस मामले में आदेश तोड़ा गया तो पुलिस कार्रवाई करे। हालांकि कोर्ट ने कहा कि आंदोलन या संगठन में बाध नहीं दिया जा सकता है, यह संवैधानिक अधिकार है। इसलिए यह धरना विवि प्रवेश द्वारा से 50 मीटर दूर स्थानांतरित किया जाए। आसनसोल- दुर्गापुर पुलिस के पुलिस आयुक्त इसे सुनिश्चित करें। इस आदेश का उल्लंघन करनेवालों पर पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई कर सकती है।

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कुलपति, समेत अन्य शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थी विवि में निर्बाध रूप से आवागमन कर सके, इसकी व्यवस्था पुलिस करे। आवश्यकता है तो वहां सात दिनों के लिए पुलिस पिकेटिंग की जाए। आंदोलन में शामिल सारा बांग्ला तृणमूल शिक्षा बंधु संगठन की विश्वविद्यालय शाखा के संयुक्त सचिव देवाशीष बंद्योपाध्याय ने कहा कि अभी तक हमें हाईकोर्ट से कोई आदेश नहीं मिला है। चूंकि हम कुलपति का इस्तीफा मांगते हुए संयुक्त रूप से यह आंदोलन कर रहे हैं। इसलिए कोई भी निर्णय संयुक्त रूप से लिया जाएगा। हाईकोर्ट का जो भी निर्देश होगा उसका अनुपालन करेंगे।

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