BARABANI-SALANPUR-CHITTARANJAN

‘साहित्य और सिनेमा का अंतर्संबंध’ विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

बंगाल मिरर, चित्तरंजन :  देशबंधु महाविद्यालय, चित्तरंजन के हिंदी विभाग द्वारा ‘साहित्य और सिनेमा का अंतर्संबंध (हिंदी एवं बांग्ला फिल्मों का सन्दर्भ)’ विषय पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में सुप्रसिद्ध सिनेमा विशेषज्ञ एवं विश्व साहित्य अध्येता डॉ. विजय शर्मा मौजूद रहीं। विषय पर अपना व्यक्तव्य रखते हुए डॉ. विजय शर्मा ने हिंदी एवं बांग्ला साहित्य पर बनी फिल्मों के इतिहास पर प्रकाश डाला। इस कड़ी में प्रेमचन्द, रविन्द्रनाथ टैगोर, विभूतिभूषण बंदोपाध्याय जैसे हिंदी एवं बांग्ला साहित्य के लेखकों की रचनाओं पर आधारित फिल्मों एवं सत्यजीत रे, ऋतुपर्णो घोष, मृणाल सेन जैसे सुप्रसिद्ध निर्माता निर्देशकों के द्वारा साहित्य एवं सिनेमा के मध्य स्थापित किए गये सम्बन्ध को बखूबी रेखांकित किया।

उन्होंने कहा कि साहित्य लेखन जहाँ एक प्राचीन विधा है वहीं सिनेमा उसे तकनीकी, संगीत, कैमरा, संवाद आदि के जरिए जीवंत एवं प्रभावशाली बना देती है। इस व्याख्यान में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. त्रिदिब संतपा कुंदु ने विषय की प्रासंगिकता एवं महत्व को रेखांकित किया। आई.क्यू.ए.सी. कोर्डिनेटर डॉ. अपूर्व कुमार रॉय ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस अवसर पर ऑनलाइन एवं ऑफ़लाइन माध्यमों के जरिये शिक्षक शोधार्थी एवं विद्यार्थी जुड़े रहे। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन डॉ. कल्पना पंत, अतिथि परिचय रेणु ओझा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जोतिमय बाग ने किया।

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