Asansol : नारेबाजी विवाद भाजपा ने की CBI जांच की मांग
बंगाल मिरर, आसनसोल : पश्चिम बंगाल के आसनसोल में नॉर्थ थाना क्षेत्र के सफी मोड़ से गुजरने वाली वक्फ कानून विरोधी रैली में कथित तौर पर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के देश विरोधी नारे लगने के वायरल वीडियो ने राजनीतिक घमासान मचा दिया है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आसनसोल साउथ थाने में शिकायत दर्ज कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, रैली आयोजक तहफूज आवक्फ कमेटी ने भाजपा के राज्यस्तरीय नेता कृष्णेन्दु मुखर्जी, केंद्रीय नेता अमित मालवीय, अरिजीत राय और सोमू दुलुई पर साउथ थाने में शिकायत दर्ज की है। कमेटी का दावा है कि वायरल वीडियो में नारे को भाजपा की आईटी सेल ने एडिट कर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ दिखाया, जबकि रैली में ‘संविधान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे।




आज जिला भाजपा कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा नेता कृष्णेन्दु मुखर्जी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने देश विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, इस मुद्दे को उठाने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ ही गैर-जमानती धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। उन्होंने शनिवार को झारखंड के धनबाद में रांची की ATS और धनबाद पुलिस द्वारा चार लोगों की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि ये लोग ISIS, अल-कायदा और हिज्ब-उत-तहरीर जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े थे और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को गुमराह कर राष्ट्रीय विरोधी गतिविधियां चला रहे थे। ।मुखर्जी ने मांग की कि अगर रैली में ‘संविधान जिंदाबाद’ का नारा लगाया गया था, तो आयोजक वह वीडियो सार्वजनिक करें। उन्होंने मामले की CBI जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की, साथ ही चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो भाजपा सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि देश विरोधी नारे लगाने वालों को बचाने के लिए किसी ने भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर करवाई है, और वे देखेंगे कि यह दोषियों को कब तक बचा पाता है।
दूसरी ओर, बंगाल पुलिस की साइबर सेल ने वायरल वीडियो की जांच में दावा किया कि रैली में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ या ‘हिंदुस्तान मुर्दाबाद’ जैसे नारे नहीं लगे, बल्कि ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’ और ‘संविधान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे। तहफ्फुज अवकाफ कमेटी के संयोजक मुफ्ती सईद असद कासमी ने भी इस बात की पुष्टि की है। इस विवाद ने आसनसोल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।