Modi Cabinet : दिग्गजों समेत 12 की छुट्टी, 36 की इंट्री, मजदूर, चिकित्सक, पूर्व नौकरशाह भी हैं शामिल, पढ़ें
बंगाल मिरर, विशेष संवाददाता : भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुआई वाली केंद्र की एनडीए सरकार ने बुधवार को मंत्रमिंडल का विस्तार किया। पीएम नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल का यह पहला फेरबदल और विस्तार है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मोदी की टीम में शामिल किए गए नए मंत्रियों के साथ प्रमोट किए गए 7 मंत्रियों को भी शपथ दिलाई। कुल 15 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली है।पीएम मोदी के अलावा अब केंद्रीय कैबिनेट में 77 मंत्री हैं। विस्तार से पहले कैबिनेट के कुल सदस्यों की संख्या 53 थी। इनमें से 12 की छुट्टी कर दी गई और इस तरह कुल 41 सदस्य बचे। कैबिनेट फेरबदल में 7 को प्रोन्नति दी गई है तो 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है। राष्ट्रपति ने कुल 43 सदस्यों को शपथ दिलाई है।
सबसे पहले महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। इन के बाद सात बार के सांसद वीरेंद्र कुमार ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योदिरादित्य सिंधिया ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। जदयू नेता और बिहार से राज्यसभा सदस्य आर सी पी सिंह ने केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।ओडिशा से राज्यसभा सदस्य और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के पूर्व अधिकारी अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीयजे कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। बिहार के हाजीपुर से लोकसभा सदस्य पशुपति कुमार पारस को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई। किरण रिजिजू, आर. के. सिंह, हरदीप सिंह पुरी को केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बनाया गया। हरदीप सिंह पुरी इससे पहले राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे। इनके अलावा वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को भी प्रमोट किया गया है।
मनसुख मंडाविया, भूपेंद्र यादव, पुरुषोत्तम रूपाला, जी. किशन रेड्डी को भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। किशन रेड्डी इससे पहले गृह राज्य मंत्री थे।इनके अलावा, एसपी सिंह बघेल, राजीव चंद्रशेखर, शोभा कारंदलाजे, भानू प्रताप सिंह वर्मा, दर्शना जारदोश, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, कौशल किशोर, बीएल वर्मा, अजय भट्ट, अजय कुमार, चौहान देवूसिंह, भगवंत खूबा, भारती पवार, पंकज चौधरी, शांतनु ठाकुर, मुंजपारा महेंद्रभाई, एल मुरुगन, निशीत प्रमाणिक, ए नारायणस्वामी, कपिल पाटिल, राजकुमार रंजन सिंह, प्रतिमा भौमिक, सुभाष सरकार, भागवत कराड, बिश्वेसर टुडू और जॉन बारला भी पहली बार केंद्रीय मंत्री बने हैं।जिन मंत्रियों ने बुधवार को शपथ ली उनमें डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, किरेन रिजिजू, आरके सिंह, हरदीप पुरी, मनसुख मनडाविया, पुरुषोत्तम रुपाला, जी किशन रेड्डी, अनुराग सिंह ठाकुर और अनुप्रिया पटेल ही ऐसे मंत्री हैं जो पहले भी केंद्रीय मंत्री के दायित्व का निर्वहन कर चुके हैं।
कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट
1 नारायण राणे2 सर्बानंद सोनोवाल3 डॉ. वीरेंद्र कुमार4 ज्योतिरादित्य सिंधिया5 रामचंद्र प्रसाद सिंह6 अश्विनी वैष्णव7 पशुपति कुमार पारस8 किरेन रिजिजू (प्रमोट)9 राज कुमार सिंह (प्रमोट)10 हरदीप सिंह पुरी (प्रमोट)11 मनसुख मांडविया (प्रमोट)12 भूपेंद्र यादव13 पुरुषोत्तम रूपाला (प्रमोट)14 जी किशन रेड्डी (प्रमोट)15 अनुराग सिंह ठाकुर (प्रमोट)ये बने राज्य मंत्रीनाम16 पंकज चौधरी17 अनुप्रिया पटेल18 एस पी एस बघेल19 राजीव चंद्रशेखर20 शोभा करंदलाजे21 भानुप्रताप सिंह वर्मा22 दर्शन विक्रम जरदोश23 मीनाक्षी लेखी24 अन्नपूर्णा देवी25 ए. नारायणस्वामी26 कौशल किशोर27 अजय भट्ट28 बी एल वर्मा29 अजय कुमार30 चौहान देवुसिंह31 भगवंत खुबा32 कपिल मोरेश्वर पाटिल33 प्रतिमा भौमिक34 सुभाष सरकार35 भागवत कृष्णराव कराड36 राजकुमार रंजन सिंह37 भारती पवार38 बिश्वेश्वर टुडू39 शांतनु ठाकुर40 एल मुरुगन41 मुंजापारा महेंद्रभाई42 जॉन बार्ला43 निसिथ प्रमाणिक
मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार से पहले एक दर्जन से अधिक मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी कर दी गई है। एक तरफ जहां स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से अहम मंत्रालय छीन लिया गया है तो सरकार को आईटी व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को भी इस्तीफा देना पड़ा है। रविशंकर प्रसाद से ऐसे समय पर इस्तीफा लिया गया है, जब उनके मंत्रालय ने नए आईटी नियमों को लागू किया था, जिसको लेकर ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों से सरकार का टकराव चल रहा था। ऐसे में इनके इस्तीफे से विश्लेषक भी हैरान हैं। मोदी मंत्रिमंडल से कुल 12 मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है। रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर को जहां कैबिनेट से बाहर कर दिया गया है तो हर्षवर्धन से स्वास्थ्य मंत्रालय छीन लिया गया है।
राष्ट्रपति सचिवालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ”प्रधानमंत्री के सुझाव पर भारत के राष्ट्रपति ने मंत्रिपरिषद के 12 सदस्यों का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है।” जिन मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार किया गया है, उनमें सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, थावरचंद गहलोत, रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार शामिल है। रविशंकर प्रसार के पास कानून मंत्रालय के साथ साथ सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय था जबकि जावड़ेकर पर्यावरण मंत्रालय के साथ साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का दायित्व संभाल रहे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी का इस्तीफा भी स्वीकार कर लिया। इससे पहले, सूत्रों ने बताया कि निशंक ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है । निशंक अप्रैल में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे। ठीक होने के बाद उन्हें जून में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा संस्थान (एम्स) में दोबारा भर्ती होना पड़ा था।
सूत्रों के अनुसार डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। डॉ. हर्षवर्धन खुद एक डॉक्टर हैं और उनके पास स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का भी प्रभार था। गौड़ा ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया है। गौड़ा, नरेंद्र मोदी सरकार में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम अनुपालन, विधि और रेल मंत्रालय का प्रभार भी संभाल चुके हैं।
पश्चिम बंगाल कोटे के मंत्री बाबुल सुप्रियो का इस्तीफा लेने के बाद राज्य से चार नए चेहरों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। इनमें डॉ सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर, जॉन बारला और नीशीथ प्रमाणिक का नाम शामिल है। इन मंत्रियों ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में मंत्री पद की शपथ ली है। नीशीथ प्रामाणिक सिर्फ 35 साल के हैं। वह मोदी सरकार में शामिल होने वाले सबसे युवा मंत्री हैं।गायनोकोलॉजिस्ट हैं डॉ सुभाष सरकारडॉ सुभाष सरकार बांकुरा लोकसभा सीट से पहली बार के सांसद हैं। वह एम्स (कल्याणी) के बोर्ड मेंबर और गायनोकोलॉजिस्ट (स्त्री रोग विशेषज्ञ) हैं। वह रामकृष्ण मिशन से जुड़े हुए थे। वह करीब पांच दशक से सार्वजनिक जीवन में हैं। उन्होंने कलकत्ता यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की डिग्री ली है। 67 साल के सरकार का जन्म मेदिनीपुर में हुआ है।
महाराष्ट्र के पूर्व मख्यमंत्री नारायण राणेनारायण राणे को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। शिवसेना में रहे राणे 10 महीनों के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे थे। शिवसेना से राजनीतिक सफर शुरू करने वाले राणे बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। फिर उनका मन भर गया और अलग पार्टी बना ली। अक्टूबर 2019 में उन्होंने भाजपा जॉइन की थी।असम के पूर्व CM सर्वानंद सोनोवाल की मोदी कैबिनेट में वापसीअसम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल की मोदी कैबिनेट में वापसी हुई है। वह 2014 से 2016 के बीच खेल और युवा मामलों का मंत्रालय देखते थे। 2016 में उन्हें असम में भाजपा का पहला मुख्यमंत्री बनाया गया। 2011 में भाजपा के सदस्य बने सोनोवाल को अगले साल असम बीजेपी की कमान सौंप दी गई। इस साल वह माजुली से विधानसभा चुनाव जीते मगर हिमंता बिस्व सरमा के लिए सीएम पद छोड़ दिया। अब उन्हें केंद्र में जगह मिली है।
कमलनाथ सरकार गिराने का सिंधिया को मिला इनाममध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पिछले साल तक सिंधिया कांग्रेस के साथ थे। उनके पास मनमोहन सिंह 2 सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहने का अनुभव है। सिंधिया गुना सीट से लोकसभा सांसद भी रहे हैं। ग्वालियर चंबल-अंचल में सिंधिया का दबदबा रहा है।अनुराग ठाकुर को प्रमोशनहिमाचल प्रदेश के महीरपुर से सांसद और वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर को कैबिनेट विस्तार में प्रमोशन मिला है। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। अनुराग हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम धूमल सिंह बेटे हैं। वे बीसीसीआई अध्यक्ष भी रह चुके हैं।जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह को कैबिनेट में जगहरामचंद्र प्रसाद सिंह फिलहाल जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। वह 2010 से राज्यसभा में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यूपी कैडर के आईएएस रहे सिंह को बिहार सीएम नीतीश कुमार का बेहद करीबी समझा जाता है।
रामविलास पासवान के भाई भी बने मंत्रीपशुपति कुमार पारस का नाम पिछले दिनों खूब चर्चा में रहा है। भाई रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके बेटे चिराग पासवान से पशुपति कुमार की नहीं बन रही। बागी होकर अलग गुट बनाने वाले एलजेपी सांसद पशुपति कुमार पारस को केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। पारस हाजीपुर सीट से सांसद हैं।पूर्व नौकरशाह अश्विनी वैष्णव की कैबिनेट में एंट्रीओडिशा से राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव को कैबिनेट मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में जगह मिली है। वैष्णव वरिष्ठ नौकरशाह (IAS) रहे हैं और पीएमओ में भी काम कर चुके हैं। वे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निजि सचिव भी रह चुके हैं।
जी. किशन रेड्डीबीजेपी के युवा नेता और तेलंगाना की सिकंदराबाद सीट से सांसद जी किशन रेड्डी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। मोदी सरकार 2.0 में रेड्डी के गृह राज्य मंत्री का पद संभाल रहे थे। रेड्डी को गृह मंत्री अमित शाह का करीबी माना जाता है।भूपेंद्र यादव को कैबनेट मंत्री बनाया गया है। बीजेपी के भीतर अपने सांगठनिक और चुनावी कौशल के लिए मशहूर भूपेंद्र यादव राजस्थान से आते हैं। वह 2012 से राज्यसभा सांसद हैं। पार्टी में महासचिव की भूमिका निभाने वाले भूपेंद्र यादव को संसद की सिलेक्ट कमिटीज का एक्सपर्ट माना जाता है। वह राजस्थान, गुजरात, झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के बेहतर प्रदर्शन के रणनीतिकार समझे जाते हैं।
हरदीप पुरी भी बने कैबिनेट मंत्रीआवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार संभाल रहे हरदीप पुरी को भी प्रमोशन मिला। हरदीप पुरी भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी के रूप में कई देशों में राजनयिक की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।मतुआ समुदाय के बड़े नेता हैं शांतनु ठाकुरमोदी सरकार में नए मंत्री बने शांतनु ठाकुर सिर्फ 38 साल के हैं। वह बोगांव लोकसभा सीट से पहली बार के सांसद हैं। वह मतुआ समुदाय के वरिष्ठ नेता हैं। उन्होंने कर्नाटक ओपन यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में ग्रेजुएशन किया है। उनके पास हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट में डिप्लोमा भी है।चाय मजदूर रह चुके हैं जॉन बारलाजॉन बारला अलीपुरद्वार लोकसभा सीट से पहली बार के सांसद हैं। उन्होंने उत्तरी बंगाल और असम में करीब दो दशक तक चाय मजदूरों के अधिकारों के लिए काम किया है। बेहद साधारण बैकग्राउंड से आने वाले बारला 14 साल की उम्र में चाय मजदूर का काम भी कर चुके हैं। 45 वर्षीय बारला का जन्म जलपाईगुड़ी में हुआ।