Asansol में मरीज की मौत पर नर्सिंग होम में हंगामा, गंभीर आरोप
पांच लाख की मांग डेढ़ लाख में हुआ समझौता, झोलाछाप डाक्टर से इलाज का आरोप
बंगाल मिरर, आसनसोल : (Asansol Live news Today) Asansol में मरीज की मौत पर नर्सिंग होम में हंगामा, गंभीर आरोप पश्चिम बंगाल आसनसोल के सेनरेले रोड स्थित एएलएमसी नर्सिंग होम में आज यानी के शनिवार की सुबह से ही हंगामा चल रहा था। मरीज की मौत के बाद परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर रहे थे। बाद में डेढ़ लाख रुपये मुआवजा पर समझौता हुआ।
बताया जा रहा है कि नर्सिंग होम में कल यानी के शुक्रवार को मिठानी के रहने वाले बिजय बाउरी को उसके परिजनों ने अचानक से हुई तबियत खराब के कारण भर्ती कराया था। बिजय बाउरी जब अस्पताल में भर्ती हुआ तो उस समय नर्सिंग होम के एमबीबीएस चिकित्सक डॉक्टर घोष बिजय बाउरी की चिकित्सा कर रहे थे। उन्होंने बिजय बाउरी की इलाज से पहले उनके शरीर के तमाम टेस्ट करवाए जिसके बाद उन्होंने उस टेस्ट के अनुसार पेशेंट के परिजनों से दवा भी खरीदने को कहा जब पेशेंट के परिजनों ने डा. घोष के द्वारा लिखे गए तमाम दवावों को खरीद लिया। चिकित्सक के परामर्श के अनुसार उन्होंने दवा भी खिलाना शुरू कर दिया।
वहीं पेशेंट विजय बाउरी ने अपने परिजनों से कहा के उनको नींद नही आ रही है। जब भी वो सोने की कोशिश कर रहे हैं। उनको खाँसी हो रही है। जिस खाँसी से उनकी छाती में तेज दर्द भी हो रहा है। जिस कारण उनको बेचैनी भी हो रही है। वहीं बिजय बाउरी के शरीर मे हो रही समस्याओं को लेकर जब परिजनों ने नर्सिंग होम में उपस्थित एक आरएमपी चिकित्सक डॉक्टर बनर्जी से कही तो उन्होंने बिजय बाउरी के परिजनों को कहा के डॉक्टर सुबह आएंगे तो चेक कर लेंगे वहीं मरीज के परिजनों ने से चिकित्सक घोष का नंबर लेकर उनको फोन पर सम्पर्क कर उन्हें नर्सिंग होम आकर उनके पेशेंट को देखने की काफी मिन्नतें की पर वह नही आए
जिसके बाद नर्सिंग होम में उपस्थित आरएमपी चिकित्सक जो अपने आप को एमबीबीएस चिकित्सक की पहचान देकर नर्सिंगहोम में इलाज करता था। उसने बिजय बाउरी को वेंटिलेटर पर चढ़ा दिया और बिजय के परिजनों को कहा के अब आप निश्चित हो जाइए बिजय को कुछ नही होगा। आप लोग घर जाइये सुबह आइयेगा। बिजय के परिजन घर चले गए। करीब दो बजे रात्रि के समय नर्सिंग होम से बिजय के परिजनों को फोन किया गया। और उनको यह कहा गया। के बिजय की हालत काफी गंभीर है। हमने उनको अभी भी वेंटिलेटर पर रखा है। अगर उनकी तबियत में सुधार हो गई तो कोई बात नही अन्यथा उनको बचाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। नर्सिंग होम की बात सुन बिजय के परिजन सुबह के वजाय रात्रि के समय ही नर्सिंग होम पहुँच गए
नर्सिंग होम में उपस्थित खुदको एमबीबीएस चिकित्सक बताने वाले आरएमपी चिकित्सक बनर्जी को खूब खरी खोटी सुनाई उन्होंने कहा। के उनकी लापरवाही के कारण उनके पेशेंट की स्थिति खराब हुई है। अगर उनसे इलाज नही हो सकता था। तो उन्होंने उनके पेशेंट को किसी और अस्पताल में रेफर क्यों नही किया। जो चिकित्सक उनके पेशेंट का इलाज कर रहा था। वह चिकित्सक बिजय का इलाज करने में क्यों लापरवाही किया। जब बिजय की हालत बिगड़ रही थी। तब वह नर्सिंग होम से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर रहकर भी क्यों नही पेशेंट को देखने आया।
चिकित्सक ने क्यों एक आरएमपी चिकित्सक के हवाले हमारे पेशेंट को छोड़ दिया। आखिर क्यों एक आरएमपी चिकित्सक खुदको एमबीबीएस चिकित्सक कहकर नर्सिंग होम में लोगों को इलाज कर रहा था। ऐसे कई सवालों के घेरे में नर्सिंग होम बुरी तरह से फंस चुका है। साथ ही उस नर्सिंगहोम में काम करने वाले तमाम स्टाफ जो झूठ बोलकर लोगों को बेवकूफ बनाकर मनमाने तरीके से नर्सिंग होम में इलाज कराने आने वाले तमाम पेसेंटो से पैशे ऐंठने का काम कर रहे हैं। वहीं नर्सिंग होम में हुई इतनी बड़ी लापरवाही के कारण पूरे नर्सिंग होम परिसर में मृतक के परिजनों ने घेराव कर सुबह से ही हंगामा शुरू कर दिया है।
साथ ही दोसी नर्सिंग होम के स्टाफों व चिकित्सकों के ऊपर कानूनी करवाई की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है। के बिजय बाउरी के दो छोटे-छोटे बच्चे हैं। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। बिजय के भाई व उनकी बहन लगातार नर्सिंग होम के बाहर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। वहीं घटना की खबर सुन मौके पर साउथ थाना पुलिस फाड़ी पहुँच चुकी है। और मामले की जाँच में जुट गई। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से डेढ़ लाख के मुआवजे पर समझौता हुआ। इस संबंध में अस्पताल ने आरोपों सो बेबुनियाद बताया है।
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