Durgapur : 14 घंटे अस्पतालों का चक्कर काटने के बाद बुजुर्ग की मौत, शव के साथ सड़क जाम
आरोप स्वास्थ्य कार्ड होने पर निजी अस्पतालों ने नहीं लिया भर्ती
बंगाल मिरर, दुर्गापुर : ( Durgapur Latest News ) दुर्गापुर के जब्बारपल्ली में 14 घंटे तक बिना इलाज के घायल बुजुर्ग की मौत का आरोप लगा है। रविवार को घटना को लेकर इलाके में तनाव का माहौल रहा। मृतक के परिजनों ने शव के साथ सड़क जाम कर दिया। आरोप है कि किसी भी निजी अस्पताल उन्हें यह जानकर भर्ती नहीं किया कि स्वास्थ्य कार्ड ( Swasthya Sathi) पर उनका इलाज होगा। मरीज के परिवार ने दावा किया कि पांच अस्पतालों में घूमने के बाद भी कहीं मरीज को भर्ती नहीं लिया गया।
शनिवार को साइकिल से घर जा रहे एक मोटरसाइकिल की चपेट में आने से निर्मल मंडल गंभीर रूप से घायल हो गये थे। 72 वर्षीय घायलि निर्मल मंडल को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। लेकिन वहां से उन्हें दूसरे अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। परिजनों की शिकायत थी कि एक के बाद एक अस्पताल जाने के बाद उन्हें कहीं भी भर्ती नहीं किया जा सका। परिवार ने दावा किया कि किसी भी अस्पताल ने घायल मरीज को यह सुनने के बाद भर्ती नहीं किया कि स्वास्थ्य कार्ड का इस्तेमाल इलाज के लिए किया जाएगा। रविवार की सुबह बिना इलाज के उसकी मौत हो गई।
पेशे से व्यापारी निर्मल की आशीष मार्केट, दुर्गापुर में घड़ी की दुकान है। शनिवार दोपहर वह दुकान बंद कर साइकिल से घर लौट रहा था। अचानक एक मोटरसाइकिल ने नियंत्रण खो दिया और निर्मल को टक्कर मार दी। वह साइकिल से गिर गये। उसे पहले दुर्गापुर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया।वहां से उन्हें बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल में इलाज न होने पाने की बात कह कर मरीज को वापस भेज दिया गया। उसके बाद निर्मल को बर्दवान के अनामॉय सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल के अधिकारियों ने जब सुना कि स्वास्थ्य साथी कार्ड के माध्यम से इलाज होगा, तो वहां भी इलाज न होने पाने की बात कह दी गई। बाद में उन्हें दुर्गापुर के एक अन्य निजी अस्पताल में ले जाया गया। रविवार की सुबह वृद्ध की वहां भर्ती करने से पहले ही मौत हो गई।
परिवार ने शिकायत की कि इतने सारे अस्पतालों ने एक बुजुर्ग व्यक्ति का यह सुनकर इलाज नहीं किया कि उसका स्वास्थ्य कार्ड पर इलाज किया जाएगा। सुबह करीब 3 बजे अस्पताल के बाहर एक कार में निर्मल की मौत हो गई। उसके बाद मृतक के परिजनों ने शव लेकर जब्बारपल्ली रोड जाम कर विरोध शुरू कर दिया. पुलिस मौके पर गई। परिवार को मुआवजा देने और सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाने का आश्वासन दिए जाने के बाद जाम हटा.