ASANSOL-BURNPUR

SAIL BONUS : खैरात नहीं हक मांग रहें, नहीं मिला तो हड़ताल : दीपक सिंह

बंगाल मिरर, बर्नपुर :  बोनस की तीसरी बैठक मे भी कोई फैसला नहीं हो पाया अगली बैठक 18 अक्टूबर को दिल्ली में है इधर कर्मचारियों मे बहुत रोष है कर्मचारी एक बड़े आंदोलन के तरफ जाने के लिए आवाज उठा रहे है पांचों श्रमिक संगठनों ने कर्मचारियों के रोष व दबाव की वजह से अपनी मांग से पीछे नहीं हट पा रहे है हाला की प्रबंधन बहुत प्रयास किया की कम मे बोनस की राशि को सलटा दिया जाये। लेकिन पिछले दिनों BMS बर्णपुर की तरफ से अपने शीर्ष अधिकारी व NJCS के प्रतिनिधि से कड़े शब्दो मे सवाल पूछे जाने व आक्रोश को देखते हुए यह लगता है की आने वाला समय मे ISP के साथ दूसरे प्लांटो मे भी बड़ा आंदोलन जैसे हड़ताल होने की संभावना देखी जा रही है।

इसके मद्दे नज़र प्रबंधन ने भी अपनी तरफ से इसका अभ्यास शुरू कर दिया है प्रबंधन प्लांट के सभी जगहों मे ठेका श्रमिकों को प्लांट चलाने का प्रशिक्षण दे रहा है विशेष कर कोक ओवन मे पुशिंग कार इत्यादि बैटरी के ऑपरेटर के जगहों पे ठेका श्रमिकों से दबाव डालकर चलवाला हाला की इसका विरोध कर्मचारी संघ कर रहा है उधर से प्रबंधन की तरफ से ये जवाब मिल रहा है की इन्हे आपातकाल के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है

प्रबंधन पिछली 30 जून के हड़ताल से सिख ले लिया है पिछली बार कर्मचारी संघ ठेका श्रमिकों को हड़ताल की वजह से व कुछ लोगो को ही रोक पाए थे प्लांट मे नहीं जाने के लिए इधर श्रमिक संगठन भी तैयारी कर लिया है की इस बार सारे गेट बंद किया जायेगा और एक भी कर्मचारी चाहे नियमित हो या ठेका कर्मी किसी को भी किसी भी हाल मे प्लांट मे घुसने नहीं दिया जायेगा। 

BMS, बर्णपुर के मे संगठन मंत्री ने कहा की हम अपनी मांगो को बहुत ही शालिनी तरीके से मांग रहे है लेकिन प्रबंधन अपनी स्वभाव को बदल नहीं रहा है हम चाहते है की प्लांट सुचारु रूप से चले लेकिन प्रबंधन की मनासा को देखते हुए यह लगता है की प्रबंधन चाहता ही नहीं है की प्लांट अच्छे से चले हमारे कर्मचारी ख़ुशी से काम करें और अगर इसबार कोई फैसला नहीं होता है तो बर्णपुर मे बड़ा आंदोलन होगा प्लांट मे जा जा कर श्रमिक भाइयो से आंदोलन मे आने के लिए उनसे सहयोग मांगने जायेंगे और प्लांट को पूरी तरीके दे बंद करेंगे इसके लिए चाहे कुछ भी करना पड़े

प्रबंधन अपने आप को मालिक समझ कर बैठी है और उसे लगता है की जो हम तय करेंगे वही होगा हमें खैरात नहीं हमें अपना हिस्सा चाहिए और अपने हक़ को कैसे लिया जाता है वी हम जानते है इसलिए अभी भी समय है प्रबंधन को जाग जाना चाहिए और अगर नहीं जगी तो हमें जगाना भी अच्छी तरीके से आता है.

गौरतलब है कि सेल के 50 हजार कर्मियों के बोनस को लेकर फैसला नहीं हो पाया है। कंपनी 29400 से आगे नहीं बढ़ रही है यूनियनें 44 की मांग कर रही है। दुर्गापुर में आज से यूनियनों ने संयुक्त आन्दोलन शुरू किया है। सीटू की आज आईएसपी में बैठक है। कर्मियों में बोनस न होने से भारी आक्रोश है।

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