SAIL ने 10719 करोड़ का रिकॉर्ड कैश कलेक्शन किया, ISP ने भी बनाये कई रिकॉर्ड, डीएसपी को पछाड़ा
बंगाल मिरर, एस सिंह, बर्नपुर: ब : सेल के इस्को इस्पात संयंत्र (SAIL ISP) ने साल 2021 के आखिरी माह में उत्पादन के कई नये रिकॉर्ड बनाए।सेल ने तय लक्ष्य 9500 करोड़ रुपये को पार कर कुल 10719 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया। दुर्गापुर को पछाड़ इस्को स्टील प्लांट कैश कलेक्शन में आगे निकल गया। आईएसपी को कुल 1068.26 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन हुआ।



दिसंबर माह में आईएसपी के सिंटर प्लांट, ब्लास्ट फर्नेस और स्टील मेल्टिंग शॉप ने अपनी निर्धारित क्षमता से भी अधिक उत्पादन किया। अक्टूबर 2021 के 1,28,083 टन के मासिक रिकॉर्ड को तोड़ते हुए दिसंबर माह में आईएसपी ने 1,38,103 टन का रिकॉर्ड स्टील उत्पादन किया। सेलेबल स्टील में भी आईएसपी ने 2,22,982 टन का अब तक का सर्वाधिक मासिक उत्पादन किया जो मार्च 2021 में 2,20,330 टन था। दिसंबर में आईएसपी के बार मिल एवं यूनिवर्सल सेक्शन मिल ने भी अपना अपना सर्वाधिक मासिक उत्पादन हासिल किया। बार मिल ने 68,619 टन तो वहीं यूनिवर्सल सेक्शन मिल ने 29,546 टन उत्पादन कर उत्पादन के नए कीर्तिमान स्थापित किए।
सिंटर प्लांट ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए सिंटर-1 से 2,03,017 टन का सर्वाधिक मासिक उत्पादन किया जो मार्च 2021 में 2,00,421 था। आईएसपी के पावर एंड ब्लोइंग स्टेशन ने दिसंबर में 49.27 मेगावॉट का अब तक का सर्वाधिक मासिक कैप्टिव पावर जेनरेशन किया जो पिछले साल अक्टूबर में 49.01 मेगावॉट था। आईएसपी ने दिसंबर माह में कुल 2,22,982 टन सेलेबल स्टील डिस्पैच किया। मुख्य कार्यपालक अधिकारी एवी कमलाकर ने ईडी (वर्क्स) एके सिंह एवं सभी संबद्ध अधिकारियों एवं कर्मचारियों को रिकॉर्ड उत्पादन एवं बेहतरीन प्रदर्शन के लिए ढेरों शुभकामनाएं दी।
साल 2021 भारतीय इस्पात प्राधिकरण (सेल) के लिए आर्थिक रूप से काफी लाभजनक रहा। सेल ने तय लक्ष्य 9500 करोड़ रुपये को पार कर कुल 10719 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया। दुर्गापुर को पछाड़ इस्को स्टील प्लांट कैश कलेक्शन में आगे निकल गया। आईएसपी को कुल 1068.26 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन हुआ, जिसमें घरेलू बाजार से 903.69 करोड़ और विदेशी बाजार से 164.57 करोड़ रुपये शामिल हैं।
वहीं दुर्गापुर स्टील प्लांट अपेक्षाकृत प्रदर्शन नहीं कर सका। दिसंबर में घरेलू बाजार से 774.41 करोड़ और एक्सपोर्ट से 93.57 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन हुआ। इस तरह दुर्गापुर को कुल 867.98 करोड़ के कैश कलेक्शन से ही संतुष्ट होना पड़ा। खास तौर से सेल की सबसे बड़ी यूनिट भिलाई स्टील प्लांट ने पिछले सारे रिकार्ड को ही तोड़ दिया। कमाई के मामले में बीएसपी सबसे ऊपर है। साल के आखिरी महीने दिसंबर में ही बीएसपी ने 4 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है।
वहीं सेल का आंकड़ा 10 हजार करोड़ करोड़ को पार कर गया है। सेल ने दिसंबर में 9500 करोड़ रुपये के कैश कलेक्शन का लक्ष्य तय किया था। बीएसपी की लंबी छलांग की बदौलत सेल ने कुल 10719.26 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है। इसमें घरेलू बाजार का 10132.83 करोड़ रुपये और एक्सपोर्ट का 586.43 करोड़ रुपये का योगदान है। ध्वजवाहक यूनिट भिलाई स्टील प्लांट ने घरेलू बाजार में सबसे ज्यादा अपने प्रोडक्ट बेचे हैं। अकेले घरेलू बाजार में ही बीएसपी ने 4115 करोड़ रुपये और विदेशी बाजार में 13.59 करोड़ रुपये का प्रोडक्ट बेचा है। इस तरह बीएसपी ने कुल 4128.71 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है।
बीएसपी के बाद बोकारो स्टील प्लांट कैश कलेक्शन के मामले में दूसरे नंबर पर है। इस यूनिट ने कुल 2345.29 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है। बोकारो ने भी घरेलू बाजार में बंपर कमाई की है। देश की परियोजनाओं में बोकारो का स्टील लग रहा है। घरेलू बाजार से बोकारो ने 2212.73 करोड़ और विदेशी बाजार से 132.56 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है। कैश कलेक्शन के मामले में तीसरे नंबर पर राउरकेला स्टील प्लांट है।
राउरकेला ने 1857.11 करोड़ रुपये घरेलू बाजार से और 182.14 करोड़ रुपये विदेशी बाजार से कैश कलेक्शन किया है। इस तरह कुल 2039.25 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन हुआ है। सेलम स्टील प्लांट ने कैश कलेक्शन में अपनी बेहतर हिस्सेदारी निभाई है। सिर्फ घरेलू बाजार से सेलम ने 221.72 करोड़ का कैश कलेक्शन किया है। अलाय स्टील प्लांट ने कुल 37.72 करोड़ और विश्वेश्वरैया स्टील प्लांट ने 10.33 करोड़ रुपये का कैश कलेक्शन किया है।