Kulti Murder Case : चचेरे भाई के हत्यारों को आजीवन कारावास
बंगाल मिरर, एस सिंह, आसनसोल : ( Asansol News Live Today ) आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट के कुल्टी थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या के मामले में में दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई । आसनसोल कोर्ट के एडीजे या अपर जिला न्यायाधीश (प्रथम) मनोज कुमार प्रसाद ने सोमवार को कुल्टी थाना के आलडी सायरपाड़ा निवासी दोषी राकेश बाउरी और सागर बाउरी को सजा का ऐलान किया।
इस मामले के लोक अभियोजक या पीपी अभिजीत मुखोपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302, 364, 201 और 384 (मामला संख्या 180/18) के तहत मामला दर्ज किया था। 4 साल से ज्यादा समय तक चले इस मामले में कुल 14 गवाहों ने गवाही दी. आरोपी के खिलाफ धारा 384 साबित नहीं हो सकी। हालांकि, न्यायाधीश ने शुक्रवार, 5 अगस्त को उन्हें दोषी पाया, क्योंकि शेष तीन आरोप साबित हो गये थे। सरकारी वकील ने यह भी कहा कि इस दिन न्यायाधीश ने तीन में से दो खंडों में आजीवन कारावास और एक सजा में 7 साल का आदेश दिया था. इसके अलावा, उसने तीन धाराओं में से एक में 10,000 और अन्य दो में 5,000 रुपये का जुर्माना भरने का आदेश दिया।
अदालती सूत्रों के अनुसार 8 मई 2018 को कुल्टी थाने के आलडी सायरपाड़ा निवासी तापस बाउरी को उसके चचेरे भाई राकेश बाउरी और सागर बाउरी ने पार्टी करने के बहाने घर से बुलाया था. उस रात जब तापस घर नहीं लौटा तो परिजन उसकी तलाश करने लगे। वे तापस के बारे में जानने के लिए राकेश और सागर के घर जाते हैं। लेकिन उनका कहना है कि तापस पहले ही घर लौट चुका है. वे नहीं जानते इसके बाद राकेश और सागर भाग जाते हैं। अगले दिन 9 मई को तापस के पिता राबिन बाउरी ने कुल्टी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कर पूरी घटना की जानकारी दी.
इसके आधार पर पुलिस ने राकेश और सागर को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है। जिरह करने पर, उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने तपस को मार डाला था और नरसमुदा कोलियरी में एक परित्यक्त चानक में फेंक दिया था। तब पुलिस ने तापस का शव बरामद किया। तब तापस की मोटरसाइकिल नहीं मिली थी। पुलिस ने इनके पास से तापस की अंगूठी, बटुआ और पहचान पत्र बरामद किया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ चार धाराओं में मामला दर्ज किया है।
उस वक्त पुलिस को शुरुआती जांच और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि तापस बाउरी की बुआ पाटनी बाउरी ईसीएल के सेवानिवृत्त कर्मचारी थी। राकेश और सागर बाउरी ने पैसे लेने के विवाद के कारण तापस को उसके घर से ले जाने और उसे मारने की योजना बनाई। बाद में शरीर परित्यक्त चानक में फेंक दिया।