सभ्य समाज में दहेज प्रथा जड़ से समाप्त होनीं चाहिए : यशोदा नंदन महाराज
बंगाल मिरर, आसनसोल : , पश्चिम बंगाल में दिनांक 14 जनवरी से श्री मद्भागवत अमृत महोत्सव
में आज श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। चतुर्थ दिवस की कथा के प्रारंभ होने पर समाजसेवी श्री बाबूलाल जी अग्रवाल,प्रमोद चौधरी, विश्वनाथ दुकनिया,घनश्याम जालान एवं सुनील मुकीम आदि ने नारियल फोड़कर आज की कथा का शुभारंभ किया। वही गुरुदेव यशोदा नंदन जी महाराज ने इन सभी को दुपट्टा उड़ा कर उनको आशीर्वाद प्रदान किया। तत्पश्चात मुख्य यजमान आनंद सुष्मिता पारीक, शंकर सुमन शर्मा नरेश अग्रवाल गुप्ता सिंपल सुजीत गुप्ता आनंद अग्रवाल एवं कमल शर्मा आदि ने साथ आरती की उसके बाद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस की कथा का प्रारंभ हुआ।




वृंदावन से पधारे श्री यशोदा नंदन महाराज जी द्वारा कथा के प्रसंग मे श्री कृष्ण जी के अवतार की कथा सुनाते हुए कहा कि जब पृथ्वी पर कंस का दुराचार हुआ, संत का अपमान, यज्ञों का अपमान, धर्म का अपमान व बाल हत्याएं होने लगी तब पृथ्वी पर त्राहिमाम त्राहिमाम करने लगे।
देवता भगवान से प्रार्थना करने लगे तब भगवान विष्णु जी ने कहा कि हम अवतार लेकर प्रकट होंगे। आप सब मिलकर हमारे साथ वृंदावन चलो हम धर्म की रक्षा करेंगे और पापियों का नाश करेंगे।

कंस वो है जो आज भी कुछ मनुष्य के भीतर हे। ये मायावी है जो कभी-कभी अपने रूप बदल कर आता है धर्म के कार्य में बाधा डालता है।
आज जहाँ दहेज प्रथा के कारण हमारी बहन बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा है। जिस कारण हमारी बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है। दहेज के कारण बेटियां फाँसी लगाकर जान देने पर मजबूर हैं जबतक ये दहेज के लालची रूपी कंस हमारे समाज में पैदा होते रहेंगे तब तक देवकी माँ की तरह माँ के आंसू बहते रहेंगे।
