WBTSTA में गहराई गुटबाजी, सेमिनार को लेकर दो धड़ों में बंटे शिक्षक
बंगाल मिरर, आसनसोल : WBTSTA में गुटबाजी गहराती जा रही है। बीते दिनों रक्तदान शिविर के बाद अब सेमिनार को लेकर तृणमूल सेकेंडरी टीचर्स एसोसिएशन दो धड़ों में बंट गया है। जिससे संगठन में मतभेद से टकराव की स्थिति बनी हुई है। कुछ दिनों पहले ही एसोसिएशन के बैनर तले रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। लेकिन उसमें जिलाध्यक्ष राजीव मुखर्जी समेत संगठन से जुड़े नेता नदारत थे। हालांकि उसमें जनप्रतिनिधि व अन्य टीएमसी नेता शामिल हुए थे। अब आगामी 17 जुलाई को दयानंद विद्यालय में होने वाले सेमिनार को लेकर विवाद गहराते जा रहा है। टीएसटीए के सुमित राय, जो डामरा विधान स्मृति शिक्षा निकेतन के शिक्षक प्रभारी हैं, उनके नेतृत्व में ही आयोजन होने जा रहा है।
वहीं तृणमूल सेकेंडरी शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष राजीव मुखर्जी का कहना है कि संगठन द्वारा इस तरह के किसी आयोजन की जानकारी उन्हें नहीं है। इस तरह के किसी आयोजन को संगठन से अनुमति भी नहीं दी गई है। सूत्रों के अनुसार टीएमसी में सांगठनिक बदलाव होने वाला है। इसके पहले नेता शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि सांगठनिक बदलाव होने पर उन्हें महत्वपूर्ण दायित्व मिल सके।
जिलाध्यक्ष शिक्षकों को भेज रहे संदेश
WBTSTA जिलाध्यक्ष राजीव मुखर्जी द्वारा संगठन के जुड़े शिक्षकों को मोबाइल पर संदेश भी भेजा जा रहा है। जिसमें लिखा गया है कि तृणमूल माध्यमिक शिक्षक संगठन पश्चिम बर्द्धमान जिला शाखा के नाम पर आगामी शनिवार को दयानंद विद्यालय में कुछ शिक्षकों ने जिला और राज्य समिति को अंधेरे में रखते हुए सेमिनार का आयोजन किया है। जो संगठन के अनुशासन के खिलाफ है। यह WBTSTA की जिला और राज्य समिति की अनुमति के बिना होने जा रही है। इसलिए सभी जिला और प्रखंड नेतृत्व को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है। ताकि इस अनुशासन विरोधी गतिविधि से अवगत रहें. जो विधानसभा चुनाव में निष्क्रिय रहे और भाजपा से गुप्त समझौता किये थे, ऐसे लोगों से दूर रहें. इस संगठन विरोधी गतिविधि के बारे में उच्च नेतृत्व को अवगत करा रहे हैं।
17 को होगा सेमिनार
सेमिनार के आयोजक सुमित राय ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान शिक्षा व्यवस्था को कैसे बेहतर बनाया जाए, इसे लेकर सेमिनार का आयोजन 17 जुलाई को किया जा रहा है। इसमें राज्य के कानून मंत्री मुख्य अतिथि, जबकि एडीडीए चेयरमैन समेत जिले के तमाम टीएमसी विधायक आमंत्रित किए गए हैं। सभी ने उपस्थित रहने का आश्वासन भी दिया है। कहा कि वह इस सेमिनार को लेकर किसी तरह के विवाद पर कोई टिप्प्णी नहीं करेंगे। सिर्फ यही कहेंगे कि 17 को सेमिनार का आयोजन हो रहा है।