निर्माणाधीन सड़क के गड्ढे में गिरा साइकिल सवार, मौत, ठेकेदार और ADDA पर सवाल
बंगाल मिरर, कुल्टी : कुल्टी विधानसभा क्षेत्र के मिठानी से खड़ामबाद जाने वाले मार्ग पर सड़क निर्माण के लिए की गई खुदाई के दौरान एक दुखद हादसा सामने आया है। इस हादसे में साइकिल सवार जीवन बावरी की गड्ढे में गिरने से मौत हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, ठेकेदार द्वारा सड़क निर्माण के लिए खुदाई की गई थी, लेकिन सुरक्षा उपायों की घोर अनदेखी की गई। न तो गड्ढे के आसपास बैरिकेडिंग थी और न ही कोई चेतावनी फ्लैग या संकेत लगाया गया था, जिसके कारण अंधेरे में जीवन को गड्ढा नजर नहीं आया और वह हादसे का शिकार हो गया।




इस मामले में आसनसोल दक्षिण की विधायक अग्निमित्रा पाल ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि इस हादसे की पूरी जिम्मेदारी आसनसोल दुर्गापुर विकास प्राधिकरण (ADDA) के वाइस चेयरमैन उज्जवल चटर्जी को लेनी होगी। उन्होंने कहा, “यह काम उनकी निगरानी में हो रहा था, लेकिन न्यूनतम सुरक्षा उपाय भी नहीं किए गए। न बैरिकेडिंग थी, न ही कोई चेतावनी संकेत। रात के अंधेरे में जीवन बावरी को गड्ढे का पता नहीं चला और वह गिर गया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई।” विधायक ने ठेकेदार के साथ-साथ उज्जवल चटर्जी को भी जिम्मेदार ठहराते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने टीएमसी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शासनकाल में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, जिसके कारण इस तरह की लापरवाही सामने आ रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जीवन बावरी घर का सामान लेने साइकिल से जा रहा था, लेकिन अंधेरे के कारण उसे गड्ढा दिखाई नहीं दिया और वह उसमें गिर गया। उन्होंने बताया कि पिछले सात दिनों से सड़क की खुदाई अधूरी पड़ी है, लेकिन ठेकेदार द्वारा न तो गड्ढे को भरने की कोशिश की जा रही है और न ही काम को जल्द पूरा करने की कोई सक्रियता दिखाई जा रही है। इसके अलावा, गड्ढे के पास एक ट्रांसफार्मर है, जहां पानी जमा होने के कारण लगातार स्पार्किंग हो रही है, जो एक बड़ा खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन और ठेकेदार की उदासीनता पर सवाल उठाते हुए इसे गंभीरता से लेने की मांग की।
जीवन बावरी के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी। इस हादसे ने उनके परिवार को गहरे संकट में डाल दिया है। स्थानीय लोगों ने जीवन के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की है ताकि उनके परिवार को कुछ आर्थिक सहायता मिल सके।
इस मामले में अभी तक ठेकेदार या ADDA की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह घटना क्षेत्र में सड़क निर्माण कार्यों में लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को उजागर करती है। स्थानीय प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।