ASANSOL

Asansol के टैक्स से सज रहा कोलकाता, आसनसोलवासियों की उपेक्षा : जितेंद्र तिवारी

बंगाल मिरर, आसनसोल: Asansol के टैक्स के पैसे से सज रहा कोलकाता और आसनसोलवासियों की उपेक्षा की जा रही है। अन्य वर्षो में दुर्गा पूजा के दौरान आसनसोल को जिस तरह से सजाया जाता था। इस बार वह भी नहीं हुआ और प्रशासन के स्तर पर ढेर सारी बैठकों के बाद भी आसनसोल की जनता को दुर्गा पूजा के समय जाम की स्थिति से गुजरना पड़ा। वहीं सड़कों की हालत भी कई जगहों पर ऐसी थी कि लोगों का आवागमन काफी मुश्किल बन गया। वहीं ट्रैफिक व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण आसनसोल की जनता पूजा ठीक से घूम नहीं सका। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बार-बार आसनसोल को इस तरह से वंचित किया जा रहा है जो आसनसोल का अपमान है। पूजा कार्निवल की शुरुआत आसनसोल के बर्नपुर से शुरू की गई थी। वहीं जब सरकारी रूप से दुर्गा पूजा कार्निवल की शुरुआत हुई तो आसनसोल की वंचित कर दुर्गापुर को महत्व दिया गया। आसनसोल को वंचित रखा गया। उक्त आरोप आसनसोल नगर निगम के पूर्व मेयर सह भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने शनिवार गोधूली स्थित आवासीय कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए लगाया।

। पश्चिम बर्दवान जिला के दुर्गा पूजा कार्निवल को लेकर कहा कि जिला में आसनसोल सबसे बड़ा शहर है। आसनसोल से बंगाल सरकार का राजस्व सबसे ज्यादा जाता है। लेकिन जब कार्निवल करने की बारी आई तो आसनसोल के बजाय दुर्गापुर का चयन किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्गापुर में निगम का चुनाव होने वाला है।

इस वजह से दुर्गापुर में यह कार्निवल किया गया। जबकि यह कार्निवल आसनसोल में होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि पूरे बंगाल में दुर्गा पूजा कार्निवल आसनसोल के बर्नपुर शहर की देन है। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि बीते लगभग 40-50 सालों से बर्नपुर में स्थानीय लोगों के प्रयास से दुर्गा पूजा कार्निवल का आयोजन होता रहा है। अब राज्य सरकार की ओर से पूरे बंगाल में कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है। लेकिन जब पश्चिम बर्दवान जिला में कार्निवल करने की बारी आई तो दुर्गापुर को चयनित किया गया। यह परंपरा जब दुर्गापुर में दुर्गा पूजा कार्निवल शुरू हो गया है तो आने वाले प्रत्येक वर्ष आसनसोल में नहीं बल्कि दुर्गापुर में होगा।

उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से यह घोषणा करना होगा कि आगामी वर्ष कार्निवल का आयोजन आसनसोल में हो। उन्होंने कहा कि बंगाल सरकार आसनसोल से राजस्व की अदायगी करती है लेकिन जब आसनसोल को कुछ देने की बारी आती है तो उसे हर बार वंचित किया जाता है। जब वह आसनसोल नगर निगम के मेयर थे इस बारे में उन्होंने कई बार अपनी आवाज उठाई थी। लेकिन जब देखा कि उनकी बातों को सुना नहीं जा रहा है और बार-बार आसनसोल को वंचित किया जा रहा है तो उनसे रहा नहीं गया। यही वह वजह थी जिसके लिए उन्होंने पदत्याग किया था। उन्होंने खुद अपनी मर्जी से अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। इसके साथ ही उन्होंने नाम लिए बिना आसनसोल के कद्दावर नेताओं पर कटाक्ष किया और कहा कि आसनसोल की जनता का वोट लेकर जीतते हैं लेकिन जब आसनसोल को वंचित किया जाता है तब वह इसके खिलाफ एक शब्द नहीं बोलते है। वहीं आसनसोल के मंत्री, सांसद, विधायक, नेता दुर्गापुर जाकर कार्निवल में शामिल होकर तालियां बजाते हैं। किसी भी एक नेता में हिम्मत नहीं है कि वह आसनसोल के लिए आवाज बुलंद कर सके। कारण यह कहा कि अपनी कुर्सी छिन जाने से डरते है।

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