Raniganj, jamuria

Raniganj Anandlok अस्पताल अस्थाई रूप से बंद !

बंगाल मिरर, रानीगंज : रानीगंज आनंदलोक अस्पताल प्रबंधन ने शुक्रवार रात एक आवश्यक नोटिस जारी कर अस्थाई रूप से अस्पताल बंद करने की अधिसूचना जारी कर दी है। इस सूचना से अस्पताल में कार्यरत कर्मी एवं चिकित्सकों में हड़कंप मच गया है। पिछले सप्ताह आनंदलोक अस्पताल में बकाया वेतन आदि को लेकर यहां के कर्मियों ने आंदोलन किया था और मुख्य द्वार को बंद कर दिया था। अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पहले एक नोटिस जारी किया की 15 अप्रैल तक कार्यरत कर्मियों का जो भी बकाया है, उसे दिया जाएगा, लेकिन अस्पताल में कामकाज बंद रहेगा। केवल इमरजेंसी सेवा चलती रहेगी। नए रोगियों को भर्ती लेना भी यहां बंद कर दिया गया है।

शुक्रवार रात को आनंदलोक के संस्थापक देव कुमार सराफ ने एक पत्र जारी किया, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि कई ऐसे कारण है जिसके वजह से हम लोग अस्पताल को अस्थाई रूप से बंद कर रहे हैं। यहां पर जो भी चिकित्सक, कर्मी हैं, वह सेवा मुक्त हो जाए। देव कुमार सराफ ने कहा कि आनंदलोक अस्पताल को विभिन्न रूप से क्षति पहुंचाई गई है। जिससे अस्पताल को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि रानीगंज के कुछ लोगों ने प्रस्ताव भेजा कि इस अस्पताल को रानीगंज मारवाड़ी रिलीफ सोसायटी के अंतर्गत दे दे। लेकिन हमने कहा कि अस्पताल 38 करोड़ का जो कर्ज है, उसकी भरपाई कैसे होगी। इस पर सभी किनारा कर गए।

उन्होंने दुख के साथ कहा शहर वासियों के कहने पर ही यहां इस क्षेत्र का सबसे पहला हृदय रोग अस्पताल स्थापित किया था। कम खर्च में चिकित्सा की गई, लेकिन अस्पताल के ही कुछ चिकित्सक, कर्मी ने अस्पताल को काफी नुकसान पहुंचाया है। जिस कारण निर्णय लिया है कि अस्थाई रूप से इस अस्पताल को बंद कर दे। रानीगंज अंचल की शायद ही कोई ऐसी बड़ी संस्था होगी जिसे सहयोग व दान न दिया गया हो, लेकिन ऐसे समय में समाज के लोग चुप बैठे हैं।

Leave a Reply